KNEWS DESK… ISRO का चंद्रयान-3 अपने लैंडर की मदद से चंद्रमा पर पहुंचकर वहां नई खोज कर रहा है. मिली जानकारी कि विक्रम लैंडर ने चंद्रमा की सतह पर कम्पन या हलचल रिकार्ड की है.
दरअसल आपको बता दें कि इस कथित घटना को लेकर ISRO का कहना है कि चंद्रमा पर इस प्राकतिक घटना को रिकार्ड किया गया है. इसे लेकर प्रज्ञान रोवर और अन्य पेलोड ने भी डाटा भेजा है. जिसके बाद इस मामले की जांच की जा रही है.
रोवर और दूसरे पेलोड में कंपन रिकॉर्ड-ISRO
जानकारी के लिए बता दें कि ISRO ने अपने ट्वीटर हैंडल से पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है कि लैंडर में लगे ILSA ने चंद्रमा की सतह पर रोवर और दूसरे पेलोड में कंपन रिकॉर्ड किया है. करीब 5 सेकंड तक चले इस कंपन को 26 अगस्त 2023 को दर्ज किया था. इसरो ने कहा, ‘विक्रम लैंडर द्वारा पता लगाया गया यह पूरा घटनाक्रम चंद्रमा की सतह पर भूकंप की संभावना का संकेत देती है.’ बता दें कि, चंद्रयान-3 के रोवर ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर मौजूद मिट्टी एवं चट्टानों की लगातार जांच कर रहा है.
Chandrayaan-3 Mission:
In-situ Scientific ExperimentsRadio Anatomy of Moon Bound Hypersensitive Ionosphere and Atmosphere – Langmuir Probe (RAMBHA-LP) payload onboard Chandrayaan-3 Lander has made first-ever measurements of the near-surface Lunar plasma environment over the… pic.twitter.com/n8ifIEr83h
— ISRO (@isro) August 31, 2023
आदित्य-एल1′ लॉन्च करने जा रहा ISRO
बता दें कि प्रज्ञान रोवर ने चांद पर ऑक्सीजन,सल्फर, आयरन निकिल, क्रोमियम, टाइटेनियम, मैग्नीज एवं सिलिकॉन का बड़ा भंडार होने की संभावना जताई है. अगर ऐसा हुआ तो निश्चित तौर पर आने वाले समय में चांद मानव के लिए एक विकल्प साबित हो सकता है. इन संसाधनों के मिलने से ये तो साफ हो गया है कि, जब धरती पर यह संसाधन खत्म हो जाएंगे. तो चांद आगे चलकर मानव की इन जरूरतों को पूरी कर सकता है. वहीं, चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के बाद अब ISRO सूर्य को करीब से जानने के लिए ‘आदित्य-एल1’ लॉन्च करने जा रहा है.
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