बसपा से निकाले जाने के बाद इमरान मसूद ने मायावती पर लगाया आरोप,कहा-“मेरे पास लोग हैं वोट हैं लेकिन नोट नहीं”

KNEWS DESK- यूपी में BSP सुप्रीमो मायावती  ने अनुशासनहीनता के आरोप में इमरान मसूद को पार्टी से निकाल दिया है। BSP से निकाले जाने के बाद इमरान मसूद की पहली प्रतिक्रिया सामने आ गई है। इमरान मसूद ने सबसे पहले मायावती को धन्यवाद कहा है। उन्होंने कहा कि मायावती ने जो आशीर्वाद दिया था। उसके वजन को समझते हुए बहुत ईमानदारी से काम किया है।

आपको बता दें कि  इमरान मसूद ने कहा है कि मैं जहां भी रहा काम बहुत ईमानदारी से किया है। मैंने बसपा के उत्थान के लिए काम किया है। बसपा को वोट भी मिले है। वोटों में इसका अंतर दिखा भी रहा था। उसके बाद भी अगर लगता है कि मैंने कुछ गलत किया तो इसमें मैं क्या कर सकता हूं। उन्होंने  कहा कि मेरी इतनी औकात नहीं है कि मैं 5 करोड़ रुपये सहारनपुर से जमा करके पार्टी को दे सकूं। अगर ये मेरा गुनाह है तो मैं कुछ नहीं कह सकता हूं। मैं छोटा सा काश्तकार हूं। मैं कोई उद्योगपति नहीं हूं। मेरे पास लोग हैं। वोट हैं लेकिन मेरे पास नोट नहीं है। जनता मुझे पैसा देती और चुनाव लड़ाती है। मैंने यही बात बहनजी से कही थी कि मेरे पास पैसे नहीं हैं।

जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव में सहारनपुर मेयर की टिकट अपने परिवार के सदस्य को देने और फिर लोकसभा चुनाव में टिकट के लिए पार्टी पर दबाव बनाने के आरोप को लेकर मसूद ने कहा कि लोकसभा चुनाव में पता चल जाएगा. उन्होंने कहा मैंने चुनाव लड़ाया तो BSP  को 8000 वोट सहारनपुर में मिले थे। अब डेढ़ लाख मिले हैं। ये सवाल मुझसे क्यों पूछा जा रहा है, सवाल तो बसपा से पूछा जाना चाहिए कि डेढ़ लाख वोट लाने वाले को पार्टी से क्यों निकाला जा रहा है। आप जीतते हुए उम्मीदवार को क्यों निकाल रहे हो।

बता दें कि मसूद ने आगे बात करते हुए कहा कि  जो लोकसभा चुनाव लड़ेगा वो BSP के भरोसे तो लड़ नहीं रहा है। मैं आगानी लेकसभा चुनाव तो लड़ूंगा। मेरे पास अपना सेटअप है। मैं जहां-जहां गया हूं। वोट उसी तरफ ट्रांसफर होता चला गया है। उन्होंने कहा कि अगर I.N.D.I.A गठबंधन में BSP  नहीं गई तो जीरो पर बहनजी आउट होंगी। उन्होंने अंत में कहा कि BSP के जिस भी कार्यक्रम में मुझे बुलाया गया है। ऐसा नहीं हुआ कि मैं नहीं गया हूं।

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