अधीर रंजन चौधरी ने अपने बयान पर दी सफाई, कहा- “मेरा इरादा PM का अपमान करने का नहीं”…

KNEWS DESK- लोकसभा के मानसून सत्र का आज आखिरी दिन है। आज का भी दिन हंगामेदार रह सकता है। हंगामा और भी बढ़ सकता है। बीते दिन लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी को निलंबित कर दिया गया है। जिसके बाद अधीर रंजन चौधरी ने अपने बयान पर सफाई भी दी है। कहा है कि उनका इरादा पीएम का अपमान करना नहीं था। अपने बयान पर सफाई देते हुए उन्होंने ‘नीरव’ शब्द का अर्थ बताया और कहा उनका इशारा पीएम को मौन को लेकर था। कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘नीरव’ का अर्थ शांति होता है।

आपको बता दें कि अधीर रंजन चौधरी ने PM मोदी की तुलना नीरव मोदी से की जिस पर सरकार ने आपत्ति जताई। जिसके बाद अधीर रंजन चौधरी ने अपने बयान पर सफाई भी दी और कहा कि उनका इरादा PM का अपमान करने का नहीं था। पीएम मोदी का अपमान नहीं किया है। मोदी हर बात पर बोलते हैं लेकिन मणिपुर मुद्दे पर वह ‘नीरव’ बैठे हैं, जिसका मतलब ‘चुप बैठना’ है। मेरा इरादा पीएम मोदी का अपमान करने का नहीं था। PM मोदी को ऐसा नहीं लगा कि उनका अपमान किया गया है। उनके दरबारियों को ऐसा लगा और मेरे खिलाफ यह प्रस्ताव लायें। मुझे पता चला कि विशेषाधिकार समिति को भेजा गया है और मुझे निलंबित कर दिया गया है। चौधरी ने अपने बयान का जिक्र करते हुए कहा “मैंने दो बातें कहीं। जैसे हस्तिनापुर में हुआ था, जब राजा अंधा था। द्रौपदी का चीरहरण हुआ था। इसी तरह की बात मणिपुर में भी हुई थी। लेकिन यह एक उदाहरण था। यह किसी का अपमान करने के लिए नहीं था। जैसे अगर मैं कहूं कि मणिपुर चालू है आग और नीरो बांसुरी बजा रहा है। मैं किसी का अपमान नहीं कर रहा हूं।

भविष्य में शांति का चेहरा जरूर आएगा सामने

जानकारी के लिए बता दें कि 10 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव का जवाब दिया। मोदी ने 2 घंटे 12 मिनट का भाषण दिया है। पीएम ने कहा- मैं सभी देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि जो प्रयास चल रहे हैं। उससे निकट भविष्य में शांति का चेहरा जरूर सामने आएगा फिर मणिपुर नये आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ेगा।

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