उत्तर प्रदेश- गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी को शनिवार को गाजीपुर के काली बाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। शव को उनके निवास से लगभग आधा किमी दूर परिवार के पैतृक कब्रिस्तान में लाया गया, जहां शुक्रवार को एक कब्र खोदी गई थी। स्थानीय प्रशासन ने अंसारी के आवास और कब्रिस्तान के बाहर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये हैं।
दफन स्थल पर भारी सुरक्षा तैनात की गई थी, हालांकि, भीड़ ने कब्रिस्तान में जबरन घुसने की कोशिश की, जहां प्रवेश प्रतिबंधित था। अंसारी के आवास और कब्रिस्तान के आसपास सुरक्षाकर्मी, अर्धसैनिक बल मौजूद थे। गाजीपुर की डीएम आर्यका अखौरी ने कहा कि उन लोगों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आदर्श आचार संहिता और धारा 144 जारी है, इसलिए हम कानून के मुताबिक कार्रवाई करेंगे।
अंसारी का गुरुवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार आधी रात के आसपास उनके गृहनगर लाया गया और आवास पर ही अंतिम संस्कार की रस्में पूरी की गईं।
बीते शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद भारी सुरक्षा के बीच अंसारी का शव लेकर एक काफिला बांदा से उनके पैतृक स्थान गाजीपुर के लिए रवाना हुआ। शव ले जाने वाली एम्बुलेंस के साथ उत्तर प्रदेश के कई जिलों से होते हुए 400 किलोमीटर के रास्ते पर पुलिस वाहन भी थे।
जिला मजिस्ट्रेट आर्यका अखौरी ने कहा कि अंतिम संस्कार शांतिपूर्वक संपन्न हो गया है। बड़ी संख्या में भीड़ एकत्र हुई थी लेकिन वीडियोग्राफी की गई है। उनमें से अधिकांश शांतिपूर्वक शामिल हो रहे थे लेकिन उनमें से कुछ ने नारे लगाए। उन लोगों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आदर्श आचार संहिता और धारा 144 जारी है इसलिए हम कानून के मुताबिक कार्रवाई करेंगे।
एसपी ओमवीर सिंह ने कहा कि मुख्तार अंसारी के पार्थिव शरीर को इस कब्रिस्तान में शांतिपूर्वक दफनाया गया है। अंसारी के परिवार के सभी सदस्य और उपस्थित लोग चले गए हैं। अंतिम संस्कार पूरा हो गया है। जिन लोगों ने कब्रिस्तान के अंदर कानून और व्यवस्था को बाधित करने की कोशिश की है वीडियोग्राफी की गई है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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