दो देशों के बीच चल रहे घमासान के चलते बाजार में बहुत बदलाव देखा जा रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच टेंशन के चलते कच्चा तेल 8 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया और कारोबार के दौरान इसने 96 डॉलर के स्तर को छुआ। कच्चे तेल में तेजी के कारण भारतीय शेयर बाजार आज क्रैश कर गया और सेंसेक्स में 1700 अंकों से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई।
बता दें की, सेंसेक्स 3 फीसदी की गिरावट यानी 1747 अंक फिसल कर 56405 के स्तर पर बंद हुआ. निफ्टी 532 अंकों की गिरावट के साथ 16842 के स्तर पर बंद हुआ. आज सेंसेक्स के टॉप-30 में केवल टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के शेयरों में तेजी रही. बाकी के 29 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई. आज टाटा स्टील, एचडीएफसी और एसबीआई के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई।
मार्केट में आई गिरावट-
आज की गिरावट के बाद BSE लिस्टेड कंपनियों का टोटल मार्केट कैप घटकर 255.36 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया. पिछले सप्ताह BSE का मार्केट कैप 263.89 लाख करोड़ रुपए था. आज की गिरावट में निवेशकों के 8.53 लाख करोड़ रुपए डूब गए. आज कुल 3670 स्टॉक्स में ट्रेडिंग हुई. 574 शेयर तेजी के साथ, 2977 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए. 256 शेयरों में अपर सर्किट और 765 शेयरों में लोअर सर्किट लगा.
स्मॉलकैप और मिडकैप में सबसे ज्यादा गिरावट
आज निफ्टी स्मॉलकैप और मिडकैप में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई. निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 4.44 फीसदी और निफ्टी मिडकैप 50 में 3.92 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. इस ग्लोबल टेंशन का सबसे बुरा असर बैंकिंग एंड फाइनेंशियल इंडेक्स, ऑटो, मेटल, रियल्टी और मीडिया इंडेक्स पर हुआ।