KNEWS DESK… नई संसद को देने से पहले यूपी गेट पर शुरू हुई किसानों की पंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश में तानाशाही चल रही है और भारत के लिए जीतने वाले पहलवानों के मेडल की कीमत लगाई जा रही। यह पहलवान और किसानों का भारी अपमान है। उन्होंने कड़े तेवर में कहा कि सरकार की इस तानाशाही के खिलाफ 2024 से पहले नए आंदोलन की शुरुआत होगी।
दरअसल आपको बता दें कि आज यानी 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा नई संसद भवन का उद्घाटन किया गया। जिससे पहले ही यूपी गेट पर किसानों की पंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर हमला बोला। राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि पंचायत से पहले किसानों को सरकार पुलिस फोर्स लगाकर जगह-जगह रोक रही है। जबकि कई किसानों को घरों में भी नजरबंद किया गया है लेकिन किसानों को थाने में खड़े होकर फोटो खिंचवाने से ज्यादा आंदोलन में शामिल होना चाहिए। पंचायती स्थल पर किसानों को अपने मुद्दों पर अड़े रहने की भी अपील की। टिकैत ने जंतर मंतर पर चल रहे धरने को भी समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि पहलवानों की जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी किसानों का समर्थन उन्हें मिलता रहेगा। उन्होंने 2024 के चुनाव से पहले देश में नए आंदोलन की शुरुआत होने की भी बात। पंचायत में मेरठ सहारनपुर मुरादाबाद अमरोहा और उत्तराखंड के अलावा कश्मीर समेत अन्य जगह से किसान यूपी गेट पर पहुंचे।
राकेश टिकैत को पुलिस ने दिल्ली सीमा पर रोका गया
राकेश टिकैत पंचायत में शामिल होने के लिए सुबह करीब 11 बजे यूपी गेट पर पहुंचे। उनका काफिला एनएच-9 से होते हुए दिल्ली गाजीपुर सीमा पर पहुंचा। जहां पर दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने उन्हें आगे जाने से रोक दिया। इस पर राकेश टिकैत ने पुलिस के अधिकारियों से आगे ना जाने का कारण पूछा लेकिन किसी भी अधिकारी ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। इसके बाद उन्होंने यूपी गेट फ्लाईओवर के नीचे ही बैठने की अपील की।
किसानों ने सड़क से हटाई बैरीकेडिंग
दिल्ली जाने से रोकने पर गुस्साए किसानों ने लगी बैरिकेडिंग को उठाकर सड़क के किनारे फेंक दिया। पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन किसानों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। गाजीपुर सीमा में दिल्ली पुलिस की लगी बैरिकेडिंग से किसानों में नाराजगी दिखी। जंतर मंतर पर चल रहे पहलवानों के धरने को किसानों ने समर्थन दिया है। पंचायत स्थल पर किसानों के समर्थन में बोर्ड भी नजर आए।