JEE MAINS में महाघोटाला

एक तरफ केंद्र सरकार राज्य सरकार निष्पक्षता से परिक्षाएं और रोजगार देने की बात करती है तो वहीं दूसरी तरफ जेईई मेन्स जैसी परीक्षा जो देशभर के इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती उस एक्जाम में सेंध लगने जैसे फर्जीवाडें व घोटाले की खबरें सामने आती हैं

JEE MAINS की परीक्षा में धांधली को लेकर सीबीआई ने देशभर में 20 जगहों पर छापेमारी की है, सीबीआई ने जेईई मेन में धांधली करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है, इस सिलसिले में एफआइआर दर्ज करते हुए सीबीआइ दिल्ली, एनसीआर, नोयडा पुणे, बेंगलुरु, जमशेदपुर और इंदौर में कुल 19 स्थानों पर छापे मारे, एनआइटी के शीर्ष संस्थानों में नामांकन के लिए यह गिरोह 12 से 15 लाख रुपये लेता था, वैसे तो सीबीआइ ने एक सितंबर को ही इस मामले में एफआइआर दर्ज कर ली थी, लेकिन छापे मारने के लिए 2021 की मेन के चौथे चरण की परीक्षा खत्म होने का इंतजार किया

 

नोएडा स्थित एफिनिटी एजुकेशन के निदेशक थे गिरोह के सरगना

सीबीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नोएडा स्थित एफिनिटी एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों ने जेईई मेन में बेहतर रैंकिंग दिलाने का पूरा सिस्टम बना लिया था, इसके एजेंट कई राज्यों में फैले थे, ये एजेंट जेईई मेन में कम रैंकिंग वाले छात्रों से संपर्क कर उन्हें बेहतर रैंकिंग और शीर्ष एनआइटी संस्थान में नामांकन का भरोसा दिलाते थे, इसके एवज में 12 से 15 लाख रुपये की मांग करते थे,परीक्षा में धांधली के लिए एफिनिटी एजुकेशन के निदेशकों ने हरियाणा के सोनीपत के एक परीक्षा केंद्र में कुछ कर्मचारियों से साठगांठ कर ली थी। छात्रों को इसी परीक्षा केंद्र को चुनने के लिए कहा जाता था

सोनीपत स्थित परीक्षा केंद्र में कर्मचारियों की मदद से होती थी धांधली

सीबीआइ के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार शिक्षा मंत्रालय ने छात्रों को एक साल में चार बार जेईई मेन में बैठने का अवसर दिया था, इसका उद्देश्य छात्रों को अपनी रैंकिंग सुधारने का अवसर मुहैया कराना था, इस हफ्ते चौथे अवसर की परीक्षा चल रही थी, जिसका गुरुवार को अंतिम दिन था। जाहिर है यह गिरोह पिछले तीन अवसरों में खराब रैंकिंग वाले छात्रों को निशाना बनाता था, वैसे तो सीबीआइ को इस फर्जीवाड़े की भनक पहले ही लग गई थी और पूरी छानबीन के बाद बुधवार को एफआइआर भी दर्ज कर ली गई थी। लेकिन छापे के लिए परीक्षा खत्म होने का इंतजार किया गया

गौरतलब है कि JEE मेन्स की परीक्षा देशभर के इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है, जब जेईई मेन्स जैसी परीक्षाओं में सेंध लगने जैसी खबरे आती हैं तो छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ होतो साफ दिखाई देता है पर फिर भी प्रशासन और राष्ट्रीय मीडिया चुप्पी साधे हुए है…!

About Post Author