अचानक टीएमसी के हुये बाबुल
जब तक दाना मिले, पानी मिले, तब तक तो ये खूब चहचहाती है, ये सियासत की चिड़िया है दोस्तों… कभी इस डाल आती है, तो कभी उस डाल जाती है, जी हाँ दोस्तों बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं आप। सियासत की कुछ ऐसी कहानी सामने आई है अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के राज्य बंगाल से। जहाँ आज सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक पूर्व केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रीयो ने केन्द्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी का दामन छोड़, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है। आज बाबुल सुप्रीयों ने टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी व टीएमसी के वरिष्ठ नेता डेरेक ओ ब्रायन के समक्ष टीएमसी की सदस्यता ली। बताते चलें कि तृणमूल कांग्रेस ने अभी हाल ही में पश्चिम बंगाल की सत्ता में पुन: वापसी की है।
ममता के लिए संजीवनी का काम करेंगे बाबुल!
राजनैतिक विश्लेषकों के मुताबिक बाबुल सुप्रीयो ने टीएमसी में शामिल होने के लिये यह वक्त इसलिये चुना है क्योंकि बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर होने वाले उपचुनाव की सरगर्मी काफी तेज है, और ऐसे में बाबुल का टीएमसी में शामिल होना कहीं न कहीं उनकी पार्टी के लिए संजीवनी का काम करेगा, जो वहाँ के मुख्य विपक्षी दल बीजेपी को कमजोर करने में मदद करेगा।
हाल ही में दिया था मंत्री पद से इस्तीफा
निश्चित रूप से ऐसा कहा जा रहा है कि इस बात में तो कोई गुंजाइश ही नहीं है कि बीजेपी के बेहतर प्रदर्शन में बाबुल सुप्रीयो की काफी अहम योगदान है। चुनाव प्रचार के दौरान बाबुल सुप्रीयो पर टीएमसी कार्यकर्ताओं ने हमला भी किया था, लेकिन तब भी बाबुल सुप्रीयो ने टीएमसी का दामन नहीं छोड़ा था। हालाँकि अभी कुछ दिनो पहले बीजेपी सांसद ने केन्द्रीय मंत्री पद से अपना इस्तीफा जरूर दे दिया था, लेकिन तब भी इस बात का किसी को अन्दाजा नहीं था कि बाबुल इस तरह से अचानक टीएमसी ज्वाईन कर लेंगे।