आज से जंतर-मंतर पर किसानों की ‘संसद’

किसानों के मुद्दे पर सरकार से दो-दो हाथ का नया राउंड शुरू हो रहा है. संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर संघर्ष समिति आज से संसद सत्र चलने तक दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने जा रही है. इस कवायद का नाम प्रदर्शनकारी संगठनों की ओर से रखा गया है,  दिल्ली पुलिस ने किसान संगठनों को कोरोनो प्रोटोकॉल के साथ जंतर-मंतर पर प्रदर्शन की अनुमति दे दी है, किसान संसद. DDMA से मिली इजाजत के मुताबिक अधिकतम 200 की संख्या में दिल्ली के सिंघु बॉर्डर से जंतर-मंतर आकर प्रदर्शनकारी अपनी किसान संसद चलाएंगे.

वैसे तो कोरोना काल में राजनीतिक, सामाजिक समारोह की अनुमति नहीं है, लेकिन पुलिस ने इस प्रदर्शन में रोजाना 200 किसानों को शामिल होने की छूट दी है। पुलिस 200 किसानों को अपनी निगरानी में जंतर-मंतर लाएगी। किसानो को 11 बजे से शाम पांच बजे तक प्रदर्शन की छूट मिली है। पांच बजे के बाद वह सिंघु बॉर्डर लौट जाएंगे।

इससे पहले मानसून सत्र के दौरान प्रदर्शन के बारे में दिल्ली पुलिस के साथ किसान संगठनों की दो दौर की बैठक हुई। इसके बाद बुधवार को दोनों पक्षों के बीच रजामंदी हो गई। किसान संगठनों ने पुलिस को आश्वस्त किया है कि वह सिंघु बॉर्डर से रवाना होने वाले सभी किसानों की लिस्ट पुलिस को दे देंगे।

इसके अलावा दूसरे किसी शख्स के शामिल होने की जिम्मेदारी उनकी नहीं होगी। इस दौरान किसी भी तरह की अव्यवस्था को रोकने के लिए पुलिस अपने सुुरक्षा घेरे में किसानों को जंतर-मंतर तक पहुंचाएगी।

जंतर-मंतर पर प्रदर्शन के दौरान किसान केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी सहित अपनी मांगों के समर्थन में आवाज उठाएंगे।

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