KNEWS DESK- चीन में एक बार फिर से बच्चों में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी फैल रही है। इतना ही नहीं बच्चों को सांस से संबंधी समस्या आ रही है। जिसके बाद अस्पतालों में लंबी कतारें देखी जा रही है। तो वहीं अब WHO ने बीजिंग से इस रहस्यमयी बीमारी के बारे में ज्यादा जानकारी मांगी है।
डब्ल्यूएचओ ने इस बीमारी के लिए कोविड-19 प्रतिबंध में ढील देने को जिम्मेदार बताया है। डब्ल्यूएचओ ने बीमार हुए बच्चों में इन्फ्लूएंजा, SARS-CoV-2, माइकोप्लाज्मा निमोनिया को लेकर अतिरिक्त जानकारी मांगी है। चीन में बच्चों के बीमार होने की हालिया घटनाएं कोविड जैसे लक्षणों को दोहराती नजर आ रही है।
मरीजों की लंबी कतार
बीमार बच्चों के परिवार के हवाले से बताया कि इस बीमारी का कोई नया लक्षण नहीं है, बल्कि बच्चों का शारीरिक तापमान बढ़ा रहता है और फेफड़ों में गांठ सी बन जाती है। बच्चों के इलाज के लिए चीन की अस्पतालों में लंबी कतारें लगीं हैं। बीमारियों पर निगरानी रखने वाली वेबसाइट प्रोमेड मेल अलर्ट में एक मेडिकल स्टाफ के हवाले से बताया गया, ‘मरीजों को 2 घंटे तक लाइन में इंतजार करना पड़ता है और हम सभी इमरजेंसी विभाग में हैं।
⚠️UNDIAGNOSED PNEUMONIA OUTBREAK—An emerging large outbreak of pneumonia in China, with pediatric hospitals in Beijing, Liaoning overwhelmed with sick children, & many schools suspended. Beijing Children's Hospital overflowing. 🧵on what we know so far:pic.twitter.com/hmgsQO4NEZ
— Eric Feigl-Ding (@DrEricDing) November 22, 2023
एक रिपोर्ट में कहा गया है, “चीन में सांस संबंधी संक्रमण रोगों का पीक सीजन आ गया है, जिसमें कई तरह के पैथोजेन्स लोगों के बीच आदान-प्रदान हो रहा है.” मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, “इस बीमारी की चपेट में कुछ शिक्षक भी आ गए हैं, कथित तौर पर कुछ स्कूलों को बीमारी की वजह से बंद कर दिया गया है.”
ये भी पढ़ें- उत्तरप्रदेश: ताजनगरी का लाल राजौरी मुठभेड़ में हुआ शहीद, घर पर हो रही थी सेहरा सजाने की तैयारी