देहरादून- जोशीमठ में आए भू धसाव को लगभग छह महीने से ज्यादा का समय हो गया है। चार धाम यात्रा के दौरान बद्रीनाथ जाने से पहले जोशीमठ मुख्य पड़ाव है। लगातार यात्रियों की आवाजाही से नगर में पहले से ही भय का माहौल व्यापत है। वहीं अब बारिस का मैसम आने से पहले जोशीमठ के लोगों में भय का माहौल देखने को मिल रहा है। बीती रात हुई बारिश के बाद नगर के लोग सहम गए हैं। भूधंसाव प्रभावित क्षेत्र में बारिश के कारण लोगों में डर बढ़ गया है।
जानकारी के अनुसार, जोशीमठ के सिंहधार वार्ड में दरारे चौड़ी होने की शिकायत है। इसके साथ ही मनोहर बाग क्षेत्र में भी हल्का मोटर वाहन मार्ग पर भी दरारें नजर आई है। इसके साथ ही डर का माहौल तब और बढ़ गया जब पुनागेर तोक में दो मंजिला पुराने भवन की दीवार ढह गई। मूसलाधार बारिश के कारण तडके औली जोशीमठ नाले में भारी मलबा आ गया।
स्थानीय नागरिक गीता देवी सेमवाल ने बताया कि उनका पूरा परिवार के लोगों के साथ ही आसपास के लोग डर के साये में रहे। सुबह जब उजाला हुआ तक उन्होंने देखा कि उनके घर के बगल पर पुराने भवन की दिवार गिरी टूटी हुई है और दिवार का मलबा पुरी तरह से बिखरा हुआ है। बताया जा रहा है कि जिस घर की दीवार टूटी हुई है उसके नीचे गौशाला भी है। लोगों की सहायता से गौशाला मे बंधे हुए पशुओं को बाहर निकाला गया। ईओ नगर पालिका भारत भूषण पंवार का कहना है कि बीती रात को मूसलाधार बारिश हुई। कुछ जगह नाले बंद होने कि शिकायत भी मिली नगर क्षेत्र में हुए नुकसान का निरीक्षण सोमवार को नगर वार किया जाएगा। जिसके बाद नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर प्रशासन को सौंपी जाएगी।