खाकी का नया कारनामा, युवक व उसके साथी की थाने में की पिटाई

 उत्तर प्रदेश, बाराबंकी। यूपी के बाराबंकी में पुलिस का नया कारनामा सामने आया है। दो पीड़ित व्यक्तियों ने जिले की टिकैतनगर पुलिस पर थाने बुलाकर डंडे-लाठी से मारने पीटने और 5 हजार रुपये छीनने का आरोप लगाया है। घटना के बाद दोनों पीड़ित व्यक्तियों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर शिकायती पत्र देते हुए आरोपी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित का कहना है कि थाने का एक सिपाही विपक्षियों से मिलकर उसकी जमीन पर कब्जा करवाना चाह रहा है। जब उसने सिपाही की बात नहीं मानी तो सिपाही ने उसे थाने बुलाया। पीड़ित अपने एक साथी के साथ थाने गया जहां पर सिपाही ने दोनों को लॉकअप में बंद करके जमकर लात-घूंसों, डंडा-लाठी से पीटा और उनसे 5 हजार रुपये भी छीन लिए। शिकायत के बाद पुलिस अधीक्षक ने जांच के बाद कार्यवाई का आश्वासन दिया है।

दरअसल आपको बता दें कि पूरा मामला टिकैतनगर कोतवाली का है। टिकैतनगर कोतवाली क्षेत्र के नैपुरा गांव के नान्हू और परसावल गांव के रहने वाले नरसिंह पाल यादव ने टिकैतनगर कोतवाली के नारेन्द्र सिपाही पर थाने बुलाकर लात-घूंसा और डंडे-लाठी से पिटाई का आरोप लगाया है। पीड़ित व्यक्तियों ने यह भी आरोप लगाया है कि नरेंद्र सिपाही ने उन लोगों को जमकर पीटा और उनसे 5 हजार रुपये भी छीन लिए। दोनों पीड़ित व्यक्तियों ने एसपी ऑफिस पहुंचकर पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देते हुए आरोपी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की मांग की है।

जानकारी के लिए बता दें कि परसावल गांव के रहने वाले नरसिंह पाल यादव ने पुलिस अधीक्षक को दिए गए शिकायती पत्र में बताया है कि टिकैतनगर थाने के नारेन्द्र यादव सिपाही ने मुझे फोन करके कहा की नैपुरा गांव के नान्हू को थाने ले आओ उनका जमीन के सम्बन्ध में सुलह करा दें। नरसिंह पाल ने बताया कि वह अगले दिन नान्हू को लेकर टिकैतनगर थाने गया। नान्हू थाने के अन्दर चले गये। नारेन्द्र सिपाही बाहर आकर मुझे भी थाने के अन्दर बुला ले गये। अन्दर ले जाकर नारेन्द्र सिपाही ने हमे हवालात में बन्द कर दिया।

बता दें कि नान्हू और नरसिंह पाल यादव ने बताया कि लॉकअप में बंद करने के बाद नारेन्द्र सिपाही ने हम लोगों को भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए कहा कि अमरेश को जमीन पर कब्जा नहीं करने देते हो। दोनों पीड़ित व्यक्तियों ने आगे बताया कि जब हम लोगों ने गाली देने से मना किया तो नारेन्द्र सिपाही ने मुझे लात-घूसों और डंडों से काफी मारा-पीटा। मेरे पास 5 हजार रूपया नगद था वह भी ले लिया और धमकी दिया कहीं इसका जिक्र किए तो किसी संगीन धारा में फंसा कर जेल भेज देंगे। घटना के बाद दोनों पीड़ित व्यक्तियों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर शिकायती पत्र देते हुए आरोपी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस अधीक्षक ने जांच के बाद कार्यवाई का आश्वासन दिया है।

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