KNEWS DESK- हिंदू धर्म में शंख का विशेष महत्व है और इसे घर के मंदिर में रखना बहुत शुभ माना जाता है। धार्मिक ग्रंथों में शंख को भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का बहुत प्रिय बताया गया है| इसलिए माना जाता है कि जिस घर में शंख होता है, वहां भगवान विष्णु का वास होता है, और जहां भगवान विष्णु होंगे वहां महालक्ष्मी स्वयं आ जाती हैं। आइए समुद्र मंथन से निकले नवरत्नों में से एक शंख से जुड़े उन धार्मिक एवं वास्तु नियमों के बारे में जानते हैं, जिनका पालन करने पर व्यक्ति की पूजा शीघ्र ही सफल और सिद्ध होती है|
पूजा घर में कितने शंख होने चाहिए
हिंदू मान्यता के अनुसार पूजा घर में देवताओं को जल चढ़ाने के लिए अलग और बजाने के लिए अलग शंख रखना चाहिए| इसी प्रकार जब कभी भी शंख बजाएं, उसे हमेशा धोकर ही उचित आसन या पात्र में रखें|
कितनी बार बजाना चाहिए शंख
हिंदू धर्म में शंख को बेहद अहम माना जाता है| ईश्वर की पूजा और मंगल कार्य में शंख बजाया जाता है. यदि बात करें दैनिक पूजा की तो शंख को हमेशा सुबह और शाम में पूजा के दौरान जरूर बजाना चाहिए| इसके अलावा अन्य प्रहर में शंख को अकारण नहीं बजाना चाहिए| हिंदू मान्यता के अनुसार पूजा के दौरान जब कभी भी शंख बजाना हो तो पहले भगवान श्री हरि का ध्यान करना चाहिए फिर उसके बाद शंख को एक साथ तीन बार बजाना चाहिए|
महादेव की पूजा में न करें शंख का प्रयोग
हिंदू मान्यता के अनुसार जहां भगवान श्री विष्णु की पूजा में शंख का प्रयोग बहुत ज्यादा शुभ और फलदायी माना गया है, वहीं देवों के देव महादेव की पूजा में शंख का प्रयोग कर पूरी तरह से मना है| शिव पूजा में कभी भी जल चढ़ाने या फिर बजाने के लिए शंख का प्रयोग न करें|
पूजा घर में कैसे रखें शंख
पूजा घर में शंख को रखने के लिए भी कुछ नियम बताए गये हैं. वास्तु के अनुसार शंख को हमेशा पूजा घर में भगवान श्री विष्णु की मूर्ति के दायी ओर रखना चाहिए| यदि आप शंख को पूजा घर की बजाय किसी और जगह पर रखना चाहते हैं तो आप उसे अपने पूजा घर की उत्तर या फिर उत्तर पूर्व दिशा में किसी पवित्र स्थान पर रख सकते हैं| शंख को वहां पर किसी आसन या पात्र में कुछ इस तरह रखें कि उसका खुला हुआ हिस्सा ऊपर की तरफ रहे|