K NEWS DESK- मौसम का बढ़ना और घटना दोनों ही हमारे स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक साबित होता है| बात करें अभी के मौसम की तो तेज़ गर्मी और धूप का प्रकोप बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है. बहुत से शहरों में तो पारा 45 डिग्री पार हो चुका है| जिस वजह से बच्चों से लेकर बड़ों तक हर किसी को इस मौसम में स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं. इसका मुख्य कारण है ‘हीट स्ट्रोक’ गर्मी से बचने के लिए सबसे पहले खाने का ध्यान रखना बहुत जरुरी है इसके साथ ही स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि इन दिनों दोपहर के समय घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसे मौसम में हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है लेकिन अगर आप हीट स्ट्रोक के शिकार हो जाते हैं तो कुछ सावधानियों का ध्यान रखकर आप इसके लक्षणों को कम कर सकते हैं|
हीट स्ट्रोक से गंभीर दुष्प्रभाव?
45 डिग्री से अधिक तापमान शरीर के थर्मोरेगुलेट्री मैकेनिज्म को फेल कर देता है। ऐसे में व्यक्ति हाईग्रेड फीवर से पीड़ित हो जाता है। इलाज न मिलने से मरीज का रक्त गर्म होने लगता है। रक्त में मौजूद प्रोटीन थक्का बनकर दिमाग में रक्तसंचार को प्रभावित कर देता है। जिससे अन्य अंगों तक रक्त प्रवाह रुकने से व्यक्ति की मौत भी हो सकती है इसलिए जरूरी है कि शरीर के तापमान को संतुलित रखने के लिए गर्मी के दिनों में बिना काम के बाहर न निकलें|
बढ़ा हुआ तापमान शरीर के लिए हानिकारक
गर्मी की लू का मस्तिष्क पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। जब आपके शरीर का तापमान बढ़ जाता है, तो आप तनावग्रस्त, चिंतित और चिड़चिड़े महसूस कर सकते हैं। आपको सिर दर्द या चक्कर आने के साथ-साथ थकावट का भी अनुभव हो सकता है।जब हीट स्ट्रोक होता है, तो शरीर का तापमान 10 से 15 मिनट के भीतर ही 106°F या इससे अधिक हो सकता है। अगर व्यक्ति को आपातकालीन उपचार नहीं मिलता है तो हीट स्ट्रोक गंभीर जोखिम कारक हो सकता है|
पानी का सेवन अवश्य करें
गर्मियों के दिनों में अधिकतर लोग पानी के बजाय कोल्डड्रिंक या सॉफ्टड्रिंक का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं जो कि शरीर के लिए बिल्कुल अच्छा नहीं होता ये ड्रिंक्स शरीर को एनर्जी के जगह लाखों बीमारियां देते हैं| डॉक्टर्स सलाह देते हैं कि रोजाना कम से कम 3-4 लीटर पानी पीते रहना चाहिए| यह शरीर के लिए बहुत आवश्यक है। इसके अलावा पसीने के माध्यम से शरीर को ठंडा करके शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में पानी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
यही कारण है कि डिहाइड्रेशन की स्थिति में हीट स्ट्रोक होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। शरीर में पानी की मात्रा कम न हो इस बात का ध्यान रखें।
गर्मी के मौसम में गर्म हवाओं और तेज धूप की वजह से तरह-तरह की बीमारियों का खतरा बना रहता है| शरीर में पानी की कमी होने या लू लग जाने, दस्त और उल्टी की समस्या आमतौर पर देखी जाती है कई लोग तो गर्मियों में सन स्ट्रोक के भी शिकार हो जाते हैं इसलिए इससे बचने के लिए हमें अपने आहार में पत्तेदार साग, छाछ, आम,नींबू, दही, एवोकाडो और नारियल पानी आदि को शामिल करना चाहिए| इसके साथ मौसम में मिलने वाले फल जैसे तरबूज-खरबूज में भी पानी की मात्रा अधिक होती है, इनके सेवन से भी शरीर में पानी की कमी को पूरा करने और तापमान को नियंत्रित रखने में मदद मिल सकती है।