देहरादून। नगर निगम देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा इन दिनों अपनी संपत्ति की बढ़ोतरी को लेकर काफी चर्चाओ में है। वही बीते रोज प्रेस वार्ता करते हुए मेयर गामा ने कहा कि उन पर लगे सभी आरोप बेबुनियाद है। मेयर का कहना है कि उनके और उनके परिवार के सदस्यों के नाम कोई भी बेनामी सम्पति रही है और जो मेरे उपर आरोप लगा रहे है वे पहले मेरा इतिहास भी देख ले।
मेयर का कहना है कि विपक्ष को सरकार की लोकप्रियता रास नहीं आ रही है। वही मेयर ने अपने कार्यालय से प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि उन्होंने 18 साल की उम्र में एक पानी कि दुकान से अपना व्यवसाय षुय किया था। जिसके बाद प्राॅपटी के साथ ही ठेकेदारी का काम भी किया। भविष्य की जरूरतों को देखते हुए कुछ प्लॉट भी खरीदे जिसमे से कुछ बेच भी चुके है। मेयर का कहना है कि कुछ लोग साजिश के तहत उन पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे है।
वहीं श्री दरबार साहिब से लीज पर जमीन लेने से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए उन्होने कहा कि मैंने 2012 में अपना काम करने के लिए लीज पर जमीन देने की अपील कि थीं। उसी अपील के तहत मुझे जमीन मिली है। हाउस टैक्स की माफी को लेकर उनका कहना है कि मैंने कोई भी टैक्स माफ नहीं किया है। टैक्स से संबंधित अधिकार नगर निगम बोर्ड का होता है। मेयर ने कहा कि समस्त बकायादारों केा नियम समय समय पर नोटिस भी भेज रहा है। वही नगर निगम की परिषद कमली भट्ट ने मेयर का बचाव करते हुए कहा कि मेयर पर आरोप लगाने वाले लोग कोई सरकारी जमीन को हड़पने का प्रयास कर रहे है। नगर निगम ने अतिक्रमण हटाने का काम शुरू किया तो उसने लोगों ने साजिश रचना शुरू कर दिया है।