देहरादून,शहर में आए दिन धोखाधड़ी के मामले सामने आते रहते हैं। जालसाज नये नये तरीके अपनाकर लोगों को ठग रहे हैं। लोगों तक तो ठीक, लेकिन जालसाजों के हौसले अब इतने बुलन्द हो चुके हैं कि ये जालसाज अपने शातिर दिमाग से अब सरकार को भी करोड़ो का चूना लगाने में नहीं कतरा रहे हैं। ऐसा ही मामला सामने आया है राजधानी देहरादून में जहां तीन कारोबारियों ने नकली फर्म के नाम पर सरकार को करीब 24 करोड़ का चूना लगाया है। इसमें एक कंपनी ने आठ माह में कंम्पनी का 120 करोड़़ का टर्नओवर दिखाया था। जब केन्द्रीय वस्तु एवं सेवा कर ने जांच करी तो पाया कि ये कंम्पनियां जिन पतों पर बतायी गयीं थी पते फर्जी थे। मतलब इस नाम की कोई कंम्पनियां हैं ही नहीं। फर्जीवाड़े को लेकर सहायक आयुक्त सीजीएसटी की शिकायत पर फर्जी कंम्पनी के आरोपियों के खिलाफ जालसाजी और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया। दरअसल साल 2022 में संजय ठाकुर नाम के व्यक्ति ने एक फर्म मैसर्स ठाकुर ट्र्ैडर्स को जीएसटी में रजिस्टर्ड करवाया था। बताया गया था कि फर्म लोहे के कबाड़ का व्यापार करती है। बीते दिनों कंम्पनी की ओर से आईटीसी के लिए क्लेम किया गया। तो मामले में पता चला कि कंम्पनी ने बीते आठ माह के भीतर 120 करोड़ का टर्नओवर किया है। जिसके बाद इसकी जांच करने पर पता चला कि दर्शाये गए पते पर इस तरह की कोई फर्म है ही नहीं। साथ ही सीजीएसटी ने जांच पर पाया कि इस फर्जीवाड़े से उसको करीब 24 करोड़ रूपये का घाटा हुआ है। फर्जीवाड़ा करने को लेकर आरोपियों संजय, शाहरूख, सुनील के खिलाफ शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा लिया गया है।