कानपुर, भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका में आयोजित अंडर 19 महिला क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में इंग्लैंड को हरा विश्व विजेता बनी टीम इंडिया की कप्तान शेफाली वर्मा जीत के बाद भावुक हो गईं और वह अपनी आंसुओं को नहीं रोक पाईं। फ़ाइनल मैच देखने आये ओलंपिक चैंपियन जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा मैच के बाद ग्राउंड पर पहुंच गए और खिलाड़ियों को बधाई दी।
आईसीसी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर दो वीडियो शेयर किए हैं। जहाँ एक वीडियो में शेफाली रोती हुई नजर आईं। भारतीय कप्तान को अपने आंसुओं को नियंत्रित करने के लिए संघर्ष करना पड़ा।
दूसरी वीडियो में नीरज चोपड़ा जीत के बाद ग्राउंड में पहुच सभी खिलाड़ियों से हाथ मिलाया। बता दे की वो मैच के ठीक पहले ड्रेसिंग रूम पहुच कर उन्होंने टीम इंडिया को जीत का मंत्र दिया। उसके बाद वह दर्शक दीर्घा में बैठकर मैच देखते हुए नजर आए थे। फिर जब टीम इंडिया चैंपियन बनी तो वह बधाई देने ग्राउंड पर पहुंच गए।
- टीम की कप्तान शेफाली वर्मा ने 15 साल की उम्र में सीनियर टीम में अपना डेब्यू किया था और इस विश्व कप में तीसरी सबसे ज्यादा रन(172) बनाने वाली बल्लेबाज़ बनी
- उपकप्तान श्वेता सहरावत जिन्होंने 4 सालो तक लड़को के साथ क्रिकेट खेला और इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 297 रन बनाये
- सौम्या तिवारी जिन्होंने कपडे धोने वाली मुंगरी के साथ अपने क्रिकेट करियर को शुरू किया इस फ़ाइनल मैच में 24 रन की नाबाद पारी खेली
- टिटास साधू जो महिला आईपीएल में एक मजबूत गेंदबाज़ के तौर नीलामी के लिए उतरेंगी फाइनल मुकाबले में उन्होंने 4 ओवर में सिर्फ 6 रन दे कर 2 विकेट झटके
- हर्षिता बसु जो की कोलकाता की गलियों में क्रिकेट खेलते-खेलते आगे बढ़ी आज भारत के लिए एक आक्रामक बल्लेबाज़ के तौर पर बल्लेबाज़ी कर रही है
- फलक नाज़ जिनके प्रयागराज के एक स्कूल में चपरासी के तौर पर काम करते है आज उनकी बेटी एक तेज़ गेंदबाज़ के रूप में विपक्षी टीम को धाराशाही कर रही है
- अर्चना देवी उन्नाव यूपी की रहने वाली है पिता को कैंसर के कारण और भाई को साप के काटने के कारण खो चुकी अर्चना आज भारत के लिए बेहतरीन गेंदबाज़ी कर रही है पॉवरप्ले में इन्होने 2 विकेट निकले थे
- जी त्रिशा तेलंगाना की रहने वाली है इनकी माँगोंगडी रेड्डी अंडर-16 राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी भी रह चुकी हैं और बेटी एक आलराउंडर के तौर पर फ़ाइनल में 24 रन की नाबाद पारी खेली
- पार्शावी चोपड़ा यूपी के बुलंदशहर की रहने वाली है जिनको बचपन में स्केटिंग का बड़ा शौक़ था पर किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था बता दे की ये टूर्नामेंट में दूसरी सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली खिलाडी बनी
- मन्नत कश्यप पंजाब की है अपने चचेरे भाई की सलाह पर क्रिकेट खेलना शुरू किया और विश्व कप में अपनी गेंदबाजी के झंडे गाड़े
- ऋचा घोष पश्चिम बंगाल की रहने वाली है ये एक तूफानी बल्लेबाज है ये अपना गुरु महेंद्र सिंह धोनी को मानती है