इस्लामाबाद: पकिस्तान की सियासत में बड़े फेरबदल की अटकले तेज होती जा रही है, रविवार को प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों की ओर से नेशनल असेंबली में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने संविधान के अनुच्छेद 5 का हवाला देते बिना मतदान कराए ही खारिज कर दिया।
इमरान खान सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को विदेशी साजिश के तहत लाया गया हुआ और असंवैधानिक करार दिया। वहीं संसद को भी 25 अप्रैल तक स्थगित कर दिया गया, इसके तुरंत बाद प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तान की जनता को संबोधित करते हुए चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा. उन्होंने कहा, ”मुल्क के खिलाफ इतनी बड़ी साजिश की जा रही थी. वह साजिश आज फेल हो गई है. उन्होंने कहा कि, मैं अपनी कौम को कहता हूं कि वह चुनाव की तैयारी करें.”
विपक्ष मामले में जाऐगा सुप्रीम कोर्ट-
इधर विपक्ष ने संसद में अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद सुप्रीम कोर्ट का रुख किया. पीएमएलएन की मरियम नवाज ने कहा कि हम इस मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं। उनकी पार्टी के एक अन्य नेता और पूर्ववर्ती नवाज शरीफ सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री रहे अहसान इकबाल ने कहा कि, इमरान खान ने पाकिस्तान के संविधान की अवहेलना की है। अब उनके खिलाफ संविधान के आर्टिकल 6 के तहत मुकदमा चलेगा। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने इमरान सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के मामले की जांच के लिए स्पेशल बेंच का गठन किया है।
इमरान खान का क्या होगा भविष्य-
अब यदि सुप्रीम कोर्ट विपक्ष की याचिका पर सुनवाई शुरू करता है, तो फैसला आने तक पाकिस्तान में यथास्थिति बनी रहेगी. यदि सुप्रीम कोर्ट विपक्ष की याचिका खारिज कर देता है, तो पाकिस्तान में नए सिरे से चुनाव होंगे. क्योंकि राष्ट्रपति राशिद अल्वी ने प्रधानमंत्री इमरान खान की सलाह पर पर नेशनल असेंबली को भंग करने की मंजूरी दे दी है. इसके बाद आम चुनावों में पाकिस्तान की जनता जिसके हक में जनादेश देगी वह पाकिस्तान का अगला प्रधानमंत्री बनेगा।