डिजिटल डेस्क- रक्षाबंधन का पर्व देश में बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांध उनकी हिफाजत और रक्षा का प्रण ले रही हैं। इस रक्षाबंधन के पर्व पर बिहार में जमकर राजनीति हो रही है। राजद नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने रक्षाबंधन के दिन बिहार की महिलाओं और बहनों को एक खुला पत्र लिखा। इस पत्र में उन्होंने बिहार की सभी महिलाओं और छात्राओं को अपनी बहन बताते हुए उनसे तेजस्वी के नाम की भी एक राखी बांधने को कहा है। साथ ही कई तरह के वादे भी किए गए हैं। बताते चलें कि राजद नेता ने दो पन्नों का खुला पत्र जारी किया है। पत्र में उन्होंने सभी को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं देते हुए अपने चुनावी वादे गिनाकर दावा किया है कि उनके ‘तेजस्वी भैया’ हर घर की हर बहन की समृद्धि के बारे में सोच रहे हैं और नीतियां बना रहे हैं। इन्हें लागू करने के लिए उन्हें सभी बहनों के सहयोग की आवश्यकता है।
पढ़ाई, नौकरी समेत किए कई वादे
तेजस्वी ने पत्र में लिखा है कि बिहार को नंबर वन बनाने का प्रण लीजिए, रक्षाबंधन पर एक राखी और चुनाव में एक वोट देने की अपील करते हुए भरोसा दिया कि बेरोजगारी, रक्षा, महंगाई, अपराध, गरीबी और भ्रष्टाचार से वे रक्षा चक्र बनकर कार्य करते रहेंगे। उन्होंने बेटी के जन्म से लेकर उसकी आमदनी के इंतज़ाम तक के लिए बेटी कार्यक्रम चलाने, महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये देने वाली माई-बहन योजना, विधवा माता-बहनों को पेंशन, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों की पेंशन को बढ़ाकर 1500 रुपये करने, 500 रुपये में गैस सिलेंडर, 200 यूनिट मुफ्त बिजली, बेटियों के लिए उच्च श्रेणी के आवासीय कोचिंग संस्थान, हर इच्छुक बेटी को वर्ल्ड क्लास खेल की ट्रेनिंग और अन्य सुविधाएं, हर इच्छुक बेटी को नौकरी और रोजगार, मुफ्त परीक्षा फॉर्म और परीक्षा केंद्र तक आने-जाने का किराया देने का वादा किया। उन्होंने भरोसा दिया है कि चुनाव होंगे, जनता की सरकार आएगी और आपका भाई अपने प्रण को पूरा करते हुए हर घर, हर बहन तक ये योजनाएं पहुंचाना शुरू कर देगा।

ये लोग नौकरी देने का कर रहे हैं ढोंग- तेजस्वी
उन्होंने पत्र में आगे लिखा कि ये लोग 20 वर्षों की तरह इस वर्ष भी चुनाव नजदीक देखकर अब नौकरी देने के वादे का ढोंग कर रहे हैं, हमारी योजनाओं की नकल कर, उसे लागू कराने का ढोंग कर रहे हैं। उन्होंने पत्र में आगे लिखा कि मैं एक प्रतिज्ञा और लेता हूं, सत्ता में आते ही इनके द्वारा डकारे गए 70 हजार करोड़ रुपयों को इनसे वापस लेने का काम किया जाएगा और बिहार की बहनों को रक्षाबंधन की शगुन की राशि के रूप में दिया जाएगा। उन्होंने आशा जताते हुए पत्र के अंत में लिखा कि आप सभी बहनों का आशीर्वाद तेजस्वी को इतना बल देता है कि बिहार को नंबर वन बनाने के अपने सपने को मूर्त रूप देने की शक्ति और ऊर्जा मुझमें प्रकाश पुंज के रूप में हमेशा प्रज्वलित रहती है।