KNEWS DESK- पहलगाम हमले का करारा जवाब देते हुए भारतीय सेना ने बीती रात ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान में विभिन्न स्थानों पर स्थित 9 आतंकी कैंप को ध्वस्त कर दिया। भारतीय सेना के इस ऑपरेशन में 90 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफेंस करते हुए ऑपरेशन सिदूंर के बारे में बताया।
प्रेस कांफ्रेंस शुरू करने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में संसद हमले, मुंबई हमले, पुलवामा हमले और पहलगाम हमले के दृश्य दिखाए गए। प्रेस कांफ्रेंस को सबसे पहले विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इसके बाद कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पूरी जानकारी साझा की।
आतंकी हमलों को रोकने के लिए भारत ने किया अधिकार प्रयोग
प्रेस कांफेंस को संबोधित करते हुए विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि 22 अप्रैल 2025 को लश्कर-ए-तैयबा से पाकिस्तान से प्रशिक्षित आतंकियों ने कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर बर्बरतापूर्ण हमला किया। 25 भारतीयों और एक विदेशी नागरिक को कायरतापूर्ण तरीके से मार दिया गया। यह मुंबई हमले के बाद आतंकी हमलों में आम नागरिकों के मारे जाने की सबसे गंभीर घटना रही। इस हमले में वहां मौजूद लोगों को करीब से और उनके परिवार के सामने सिर पर गोली मारी गई। परिवार के सदस्यों को जानबूझकर आघात पहुंचाया गया। यह नसीहत भी दी गई कि वे हमले का संदेश पहुंचाएं। यह जम्मू-कश्मीर में बहाल हो रही सामान्य स्थिति को बाधित करने के लिए हुआ। इस हमले का उद्देश्य पर्यटन को प्रतिकूल रूप से नुकसान पहुंचाना था। पिछले साल यहां पौने करोड़ पर्यटक आए थे। आतंकियों का यह मकसद था कि इस इलाके को पिछड़ा रखा जाए। हमले का यह तरीका जम्मू-कश्मीर और अन्य राज्यों में साम्प्रदायिक दंगे भड़काने के उद्देश्य से भी था। हमने प्रयासों को विफल कर दिया। एक समूह ने खुद को रजिस्टेंस फ्रंट कहते हुए हमले की जिम्मेदारी ली है। यह प्रतिबंधित समूह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र के समक्ष रिपोर्ट में इस संगठन के बारे में इनपुट दिए थे। इससे पाकिस्तान के आतंकी समूहों के मुखौटे के रूप में टीआरएफ की भूमिका सामने आई थी।

उन्होंने आगे कहा कि पहलगाम हमला भारत में सीमा पार आतंकवाद को अंजाम देने के पाकिस्तान के लंबे ट्रैक रिकॉर्ड से जुड़ा है। पाकिस्तान दुनियाभर में आतंकियों की शरणस्थली के रूप में पहचान बना चुका है। वहां आतंकी सजा पाने से बचे रहते हैं। साजिद मीर को पाकिस्तान ने मृत घोषित कर दिया था, अंतरराष्ट्रीय दबाव में वह जीवित पाया गया, इससे स्पष्ट उदाहरण मिलता है। पहलगाम हमले के बाद भारत के सभी राज्यों में आक्रोश देखा गया। यह आवश्यक समझा गया कि हमले के आरोपियों और योजनाकारों को न्याय के कटघरे में लाया जाए। पाकिस्तान ने कार्रवाई करने के लिए कोई स्पष्ट कदम नहीं उठाया। भारत के विरूद्ध आगे भी हमले होने का खतरा है, इसलिए इससे निपटना आवश्यक समझा गया।
कुल 25 मिनट चला ऑपरेशन सिंदूर
प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम हमले के पीड़ितों को न्याय देने के लिए चलाया गया. 9 आतंकी ठिकानों को पूरी तरह तबाह किया गया। यह ऑपरेशन रात 1.05 से 1.30 बजे तक, कुल 25 मिनट चला। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन के तहत आतंकियों के ट्रेनिंग सेंटर ,लॉन्च पैड पर हमला किया गया, उन्हें तबाह किया गया है। आतंकियों के ठिकानों आतंकवादी स्थल मरकज सुभान अल्लाह, बहावलपुर, पाकिस्तान, जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय, भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा निशाना बनाया गया। इन ठिकानों में अजमल कसाब, डेविड हेडली ने जहां ट्रेनिंग ली उन्हें भी शामिल किया गया है। खुफिया जानकारी के आधार पर टारगेट चुना गया। किसी भी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया. अब तक पाकिस्तान में किसी तरह की नागरिक क्षति की कोई खबर नहीं है।