KNEWS DESK- अमूमन अब तक देश में निर्धारित गति सीमा से ज्यादा स्पीड में ही वाहन चलाने पर चालान काटा जाता था। अब एक ऐसा मार्ग भी तैयार हो चुका है जिस पर निर्थारित गति सीमा से कम स्पीड में वाहन चलाते पकड़े गए, तब भी आपका चालान कटना तय है। चालान की रकम जानकर दंग रह जाएंगे आप।
ट्रैफिक रूल एक्ट के तहत नियम लागू कर दिये गए हैं। जानकारी के मुताबिक एक्सप्रेसवे पर रेलवे ओवर ब्रिज बन कर तैयार हो जाने के बाद ओवरटेक करने के दौरान स्पीड का पालन नहीं करने पर 500 से 2000 रुपये तक का चालान वसूला जाएगा। इसके पीछे सरकार का उदे्श्य सड़क हादसों पर लगाम लगाना है। ज्यादातर हादसे ओवरटेकिंग करते वक्त ही होते हैं। खासकर एक्सप्रेसवे पर जो स्पीड तय की गई है लोग उससे धीमी स्पीड पर गाड़ी चलाते हैं। जिससे गाड़ियों को ओवरटेकिंग का रास्ता नहीं मिल पाता है। इन्हीं सब बातों को गंभीरता से लेते हुए ओवरटेकिंग लाइन पर धीमा कार चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई का नियम बनाया गया है ताकि हादसों पर लगाम लगाई जा सके। आपको बता दें कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर 100 किमी व बस के लिए यह स्पीड़ 80 किमी प्रति घंटा निर्धारित की गई है।
नहीं मिलता ओवरटेकिंग का रास्ता
नेशनल हाईवेज एक्सपर्ट संदीप कुमार बताते हैं कि सबसे ज्यादा हादसे ओवरटेकिंग करते वक्त ही होते हैं। खासकर एक्सप्रेसवे पर निर्धारित गति सीमा से नीचे लोग वाहन चलाते हैं. जिससे गाड़ियों को ओवरटेकिंग का रास्ता नहीं मिल पाता है। इन्हीं सब बातों को गंभीरता से लेते हुए ओवरटेकिंग लाइन पर धीमा कार चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई का नियम बनाया गया है ताकि हादसों पर लगाम लगाई जा सके। वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए विज्ञापन भी जारी किया जाएगा. ताकि वाहन चालक पहले से नियमों को लेकर अपडेट रहें।
चलाया जाएगा अभियान
एनएचएआई के अधिकारियों के मुताबिक, फिलहाल ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर ओवरटेक लेन में निर्धारित गतिसीमा का उलंघन करने पर चालान काटे जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि अब दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर 100 किमी व बस के लिए यह स्पीड़ 80 किमी प्रति घंटा निर्धारित की गई है हालांकि ये नियम पांचवे चरण का काम पूरा होने पर ही लागू किया जाएगा। इसलिए मेरठ दिल्ली एक्सप्रेसवे पर वाहन चलाते समय ध्यान रखें कि वे ओवरटेक लाइन पर गाड़ी तो नहीं चला रहे हैं।