KNEWS DESK – लाइब्रेरी में लोग किताबें पढ़ने के लिए जाते हैं| यहां लगभग सभी तरह की किताबें मिल जाती हैं| लोग यहां शांति से पढ़ने के लिए आते हैं| वैसे कुछ लोग लाइब्रेरी से किताबें इश्यू करवाकर घर भी ले जाते हैं, ताकि सुकून से घर पर बैठकर पढ़ सकें| कई बार होता है लोग वो किताबें लाइब्रेरी को लौटाना भूल जाता है या किसी और कारणवश वो किताब वापस लाइब्रेरी तक नहीं पहुंच पाती है| आज हम आपको एक ऐसे ही मामले के बारे में बतायेंगे जिसमें महिला ने 90 साल बाद लाइब्रेरी को किताब लौटाई है|
जिम्मी एलिस ने इश्यू कराई थी किताब
एक महिला ने 90 साल बाद लाइब्रेरी को किताब लौटाई है| वो किताब साल 1933 में उसके पिता लेकर गए थे, लेकिन बाद में उनकी मौत हो गई और फिर वो किताब रखी ही रह गई| रिपोर्ट के मुताबिक, जिम्मी एलिस नाम के शख्स ने लार्चमोंट पब्लिक लाइब्रेरी से ‘यूथ एंड टू अदर स्टोरीज’ नाम की किताब जारी करवाई थी, जिसे जोसेफ कॉनराड ने लिखा है| बाद में वह इस किताब को लाइब्रेरी को लौटाना ही भूल गए| काफी सालों तक ये किताब उनके घर पर ही पड़ी रही| इस बीच साल 1978 में उनकी मौत हो गई|
सफाई के दौरान मिली किताब
जिम्मी की मौत के बाद भी ये किताब वैसे ही सालों तक पड़ी रही जब तक कि उनकी बेटी जोनी मॉर्गन की नजर उसपर नहीं पड़ी| जोनी ने बताया कि घर की साफ-सफाई के दौरान एक दिन उन्हें ये किताब दिखी, जिसपर लार्चमोंट पब्लिक लाइब्रेरी का टैग लगा हुआ था और किताब काफी पुरानी लग रही थी| ऐसे में जोनी ने उस किताब को लाइब्रेरी को वापस लौटाने का फैसला किया|
90 साल पहले कराई थी इश्यू
लाइब्रेरियन कैरोलिन कनिंघम ने बताया कि जब उनके पास जोनी मॉर्गन के कॉल आया और ये बताया गया कि उनके पास एक पुरानी किताब है, जो उनके पिता 90 साल पहले ले गए थे, तो ये जानकर उन्हें भी काफी आश्चर्य हुआ| जोनी ने बताया कि जिम्मी उनके सौतेले पिता था और वही ये किताब लेकर गए थे| जहां पर लार्चमोंट लाइब्रेरी है, जिम्मी उसी के आसपास अपनी पहली पत्नी और दो बच्चों के साथ रहा करते थे| रिपोर्ट्स के मुताबिक, लाइब्रेरी ने इतनी लेट किताब लौटाने पर जोनी पर 5 डॉलर यानी करीब 417 रुपये का जुर्माना लगाया है|
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