- भारत ने विश्व कप हॉकी में इंग्लैंड को गोलरहित ड्रॉ पर रोक कर ग्रुप डी में पहला स्थान बना कर सीधे क्वार्टर फ़ाइनल में स्थान बनाने की संभावनाओं को बरक़रार रखा है.भारत सीधे क्वार्टर फ़ाइनल में स्थान बनाने के मामले में इसलिए थोड़ी बेहतर स्थिति में है क्योंकि आख़िरी मैच में भारत को वेल्स से और इंग्लैंड को स्पेन से खेलना है.भारतीय टीम ने आख़िरी दो क्वार्टरों में जिस आक्रामक हॉकी को खेला, उससे वह जीत की हक़दार थी.
पर शायद भाग्य साथ नहीं था. इस कारण ताबड़तोड़ बनाए हमलों को गोल में नहीं बदला जा सका. यह सही है कि भारत को गोल जमाने से रोकने में इंग्लैंड के डिफ़ेंस ने तो अहम भूमिका निभाई ही, पर जब डिफ़ेंस छितरा गया तो भारतीय खिलाड़ी गोल जमाने में सफल नहीं हो सके.
मनप्रीत और हार्दिक रहे मैच के हीरो
भारतीय मिडफ़ील्डर मनप्रीत सिंह और हार्दिक सिंह ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया. भारतीय गोल पर ख़तरा बनने के समय यह दोनों बचाव में मुस्तैद नजर आए.
भारतीय टीम पर एक समय इंग्लैंड टीम दबाव बनाने में सफल हो गई. पर इन मिडफ़ील्डरों की जोड़ी ने अच्छे हमले बनाकर दवाब इंग्लैंड पर बना दिया. भारतीय फ़ॉरवर्डों के निशाने यदि सटीक रहते तो मैच में भारत जीत सकता था.
इंग्लैंड के डिफ़ेंस की तारीफ़ भी करनी होगी. उन्होंने हमलों के समय दिमाग़ को पूरी तरह से ठंडा बनाए रखा और इस कारण उन्हें गेंद को सफ़ाई के साथ क्लियर करने में मदद मिली.
मौके भुनाने में सुधार की ज़रूरत
भारत विश्व कप में इंग्लैंड पर 1994 के बाद विजय नहीं पा सका है, शायद इसका टीम पर मनोवैज्ञानिक दवाब था. पर भारतीय फ़ॉरवर्ड को विपक्षी सर्किल में पहुंचकर थोड़ा संयमित रहने की ज़रूरत है.
आख़िरी समय में सर्किल में हड़बड़ाहट दिखाने की वजह से कुछ नहीं तो दो गोल जमाने से वह चूक गए. इसमें इंग्लैंड के भाग्य की भी भूमिका अहम रही. पर इतना ज़रूर है कि भारत यदि इस बार पोडियम पर चढ़ना चाहता है तो उसे फ़िनिशिंग को सुधारना होगा.
मनदीप ने तीसरे क्वार्टर के आख़िर में और फिर आख़िरी क्वार्टर में दो बार गोल जमाने की स्थिति में पहुंचने के बाद भी जल्दबाज़ी करके मौके बेकार कर दिए.
पहले मौके पर विवेक सागर प्रसाद ने सर्किल में मौजूद मनदीप को पास दिया, वह डिफ़ेंस को छकाने में सफल भी हो गए, लेकिन शॉट को सही दिशा नहीं दे पाने से गेंद गोल के बराबर से बाहर चली गई.
दूसरे मौके पर सर्किल के टॉप पर गेंद मिलने पर उन्होंने अपने पैरों के बीच से आगे खड़े आकाशदीप सिंह को गेंद देने का प्रयास किया पर गेंद सीधे गोलकीपर के पास चली गई