केन्यूज़ desk, द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम के कपाट मंगलवार को दर्शन के लिए खोल दिए गए. इस दौरान मंदिर को करीब 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया था. इस अवसर पर 10,000 से अधिक भक्त मौजूद थे. पुरानी परंपरा के अनुसार मंगलवार सुबह 6:15 बजे मंदिर के मुख्य कपाट खोले गए थे. इससे पहले बाबा की पंचमुखी मूर्ति का श्रृंगार करके भोग लगाया गया व पूजा अर्चना की गई.
अगर आप भी केदारनाथ जाने की सोच रहे हैं तो आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से केदारनाथ धाम में बारिश और बर्फबारी हो रही है. ऐसे में यात्रियों को मौसम के अनुसार अपनी यात्रा की योजना बनानी चाहिए. कोरोना काल में उत्तराखंड सरकार ने हर दिन दर्शन के लिए संख्या सीमित कर दी थी हालांकि अब यह कोटा सब खत्म हो गया है. कहने का मतलब यह है कि अब श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए कोई सीमित संख्या नहीं है. केदारनाथ धाम के दर्शन करने के लिए यात्रियों को रजिस्ट्रेशन कराना होगा. इसके लिए ऑनलाइन ऑफलाइन दोनों विकल्प खुले हैं. आप कहीं से भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. केदारनाथ उत्तराखंड राज्य में स्थित है. यहाँ गौरीकुंड तक बाय रोड भी पहुंचा जा सकता है. इसकी कुछ रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डे से भी अच्छी कनेक्टिविटी है. जाने वाले ये बात नोट कर लें कि इस बार टोकन के जरिए दर्शन होंगे. यह व्यवस्था केदारनाथ में भीड़ को प्रबंधित करने के लिए की जा रही है. केदारनाथ में 5 काउंटर से टोकन दिए जाएंगे. इसके बाद यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी के हिसाब से काउंटर भी बढ़ा दिए जाएंगे .धाम पहुंचने वाले यात्रियों का बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन भी होगा. अगर आप हेलीकॉप्टर सेवा लेना चाहते हैं तो टिकटों की बुकिंग 18 अप्रैल से शुरू हो चुकी है. टिकटों की बुकिंग करने के लिए चार धाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन होना जरूरी है. केदारनाथ के कपाट दिवाली के 2 दिन बाद पर बंद कर दिए जाते हैं. साल 2023 में दिवाली 12 नवंबर को मनाई जाएगी ऐसे में संभावना है कि केदारनाथ मंदिर 14 नवंबर को बंद हो जाएगा.