खेल प्रेमी तालिबान !

एक तरफ अफगानिस्तान में जुल्म कर रहा है, वहीं, दूसरी ओर तालिबान की ओर से किक्रेट को सपोर्ट करने का दावा किया जा रहा है...तालिबान का कहना है कि अफगानों ने क्रिकेट खेलना तब शुरू किया था जब उन्होंने पहले शासन किया था, वे भविष्य में भी इस खेल का समर्थन करेंगे।तालिबान का कहना है कि अफगानों ने क्रिकेट खेलना तब शुरू किया था जब उन्होंने पहले शासन किया था, वे भविष्य में भी इस खेल का समर्थन करेंगे। तालिबान के राजनीतिक कार्यालय और बातचीत करने वाली टीम के सदस्य अनस हक्कानी ने राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के सदस्यों के साथ बैठक के दौरान यह यह वादा दोहराया है… तालिबान के साथ होने वाली इस बैठक में राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के कप्तान हशमतुल्ला शाहिदी, पूर्व क्रिकेट बोर्ड चयन समिति के अध्यक्ष असदुल्ला और नूर अली जादरान ने हिस्सा लिया था..

 

 

अफगानिस्तान-पाकिस्तान मैच देखने का इंतजार

तालिबान को अफगानिस्तान-पाकिस्तान मैच देखने का इंतजार तालिबान की राजनीतिक टीम के एक अन्य सदस्य सोहेल शाहीन ने भी क्रिकेट टीम के लिए समर्थन देने का वादा दोहराया और कहा कि उन्हें अफगानिस्तान-पाकिस्तान मैच देखने का इंतजार है…तालिबान के सदस्यों ने इस सप्ताह की शुरुआत में काबुल में पूर्व क्रिकेट कप्तान असगर स्टानिकजई और राष्ट्रीय टीम के सदस्य नवरोज मंगल से मुलाकात की थी..

 

लेकिन राशिद खान की बात भी जायाज हैं

राशिद खान मौजूदा समय में दुनिया के सबसे बेहतरीन स्पिन गेंदबाजों में से एक हैं. राशिद खान की दूसरे देशों की लीग में भारी मांग रहती है. राशिद खान द हंड्रेड लीग में इंग्लैंड के आदिल राशिद के साथ फिलहाल 12 विकेट लेकर संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं.

 

राशिद के बारे में कप्तान ने कहा, ”यह आदमी अविश्वसनीय है. उसने क्रिकेट में दुनिया भर में कारनामे किए हैं और अब वह इस साल इंग्लैंड में कर रहा है. जब आप उन परिस्थितियों, जो आपके घर में हो रही है और जहां उनका परिवार है, उन्हें भुलाकर खुद को खेल में झोंक देते हैं तो यह आश्चर्यजनक से कम नहीं है. वह पूरी तरह से अपने क्रिकेट पर केंद्रित है.”

इससे पहले राशिद खान ने अफगानिस्तान में मौजूद अपने परिवार के लिए चिंता जताई थी. राशिद खान ने दुनियाभर के देशों से अफगानिस्तान के लोगों की मदद करने की अपील भी की थी.