यूपी में किसानों को योगी सरकार का तोहफा नामंजूर, ₹20 प्रति कुंतल गन्ने के भाव में बढ़ोतरी नाकाफी बताते हुए गन्ना मूल्य ₹450 कुंतल किए जाने की मांग

रिपोर्ट – प्रशांत त्यागी

देवबंद – भारतीय किसान संघ समेत सहारनपुर के तमाम किसान संगठनों ने यूपी सरकार द्वारा गन्ना मूल्य में 20 रूपये प्रति कुंतल की वृद्धि को नाकाफी बताते हुए गन्ना मूल्य₹450 कुंतल किए जाने की मांग की है। इसके पहले, गन्ना मूल्य को लेकर प्रदेश सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले 2021 में भी 25 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की थी। वर्तमान में सामान्य गन्ने का मूल्य 340 रुपये प्रति क्विंटल और अगेती प्रजापति के गन्ने का मूल्य 350 रुपये प्रति कुंतल है।

प्रदेश सरकार किसान विरोधी है –  भगत सिंह वर्मा
किसान संघ के प्रदेश गन्ना संयोजक श्यामवीर त्यागी ने कहा कि इस बार भी चुनावी वर्ष है और लगभग 4 वर्ष बाद गन्ने के दाम में मामूली बढ़ोतरी की गई है जिसको लेकर किसान संतुष्ट नहीं है। उन्होंने कहा किसान संघ द्वारा सरकार को कन्या पैदावार में आने वाले खर्च समेत कई मुद्दों को लेकर एक रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें गन्ना मूल्य ₹450 रुपए प्रति कुंतल घोषित करने की मांग की गई थी। सरकार गन्ने के दाम के लिए पुन: विचार कर गन्ने का दाम 450 रुपए प्रति कुंतल करने का कार्य करें। पश्चिम उत्तर प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा प्रदेश सरकार किसान विरोधी है ₹20 गन्ना मूल्य बढ़ाकर सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा किस इस गन्ना मूल्य को अस्वीकार करते हैं और बड़े आंदोलन की तैयारी में जुट गए हैं। आरोप लगाया कि सरकार के एजेंट में किसान नाम ही नहीं है। भारतीय किसान यूनियन के पश्चिमी प्रदेश सचिव चौधरी वीरेंद्र सिंह ने कहा सरकार किसान विरोधी है किस सरकार द्वारा घोषित गन्ना मूल्य को अस्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा सरकार या तो पुनः विचार करें अन्यथा किसान सड़कों पर उतरने को मजबूर होगा।

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