देहरादून, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री सीएम पुष्कर सिंह धामी जो आए दिन उत्तराखंड को आगे बढ़ाने के लिए कुछ ना कुछ करते रहते है उनका कहना है की अब अब अगले दो साल में उत्तराखंड में सरकार 50 हजार पॉली हाउस बनाने की योजना कर रही है। सीएम धामी के कहना है की राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक की मदद से इन पॉली हाउसों का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री धामी का पूरे विश्वास के साथ कहना है की पॉली हाउस बनवाने से उत्तराखंड के किसानों को बहुत ज्यादा लाभ होगा। सरकार का कहना है कि यह हाउस आने वाले अगले दो सालों में बनाए जाएगे। सीएम धामी अपने सरकारी आवास में उन सब्जियों का निरीक्षण कर रहे थे जो पॉली हाउस में उगाई जाएगी और साथ ही किसानों के पॉली हाउस बनाने की योजना के बारे में भी जानकारी दे रहे थे।
मोटे अनाज को अब बढ़ावा मिलेगा
राज्य में किसानों की आय बढ़ाने के लिए राज्य के चार मैदानी जिलों जोकि देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर और नैनीताल में उपभोक्ताओं को मंडुआ दिया जाएगा तो इसके लिए कम से कम 10 हजार मीट्रिक टन मंडुआ खरीदा जाएगा। इससे किसानों को बहुत ज्यादा फायदा होगा और उनकी की आय भी बढ़ेगी। सीएमओ के बयान में भी कहा गया है कि इससे मोटे अनाज को भी बढ़ावा मिलेगा और मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य में किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है और आगे भी करेगी।
पॉली हाउस होता क्या है?
पॉली हाउस में की गई खेती को ग्रीन हाउस खेती भी कहा जाता है। पॉली हाउस एक प्रकार की ढंकी हुई संरचना होती है जिसमे किसान हर बेमौसमी या मौसमी सब्जियों से लेकर फूलों तक का उत्पादन प्लास्टिक की छत के नीचे कर सकता है। वहीं पॉली हाउस की जो संरचना की जाती है वह स्टील की मदद से बनाई जाती है जिसे प्लास्टिक की शीट या हरी नेट से ढक दिया जाता है।
पॉली हाउस के क्या फायदे हो सकते है
फसलों को काम पानी लगता है और कम कीटनाशकों दवाइयों के साथ कम रसायन के साथ सही वातावरण में कुछ भी लगाया जा सकता है।
बेमौसमी फलों और सब्जियों की खेती आसानी से की जाती है।
फलों और सब्जियों में रोग और कीटाणु बहुत कम लगते है जिससे वह बची रहती है।
जलवायु में अगर कोई भी बदलाव होता है तो वह फसलों की वृद्धि को बिल्कुल भी प्रभावित नहीं करता।
उत्पाद की गुणवत्ता भी पूरी उत्तम होती है।
पॉली हाउस में क्या उगा सकते है
किसान पॉली हाउस में सब्जियों, फ्रूट जैसे की पपीता, स्ट्रॉबेरी और सब्जियों में करेला, पत्ता गोभी, शिमला मिर्च, रंगीन शिमला मिर्च, फूलगोभी, मिर्च, धनिया, भिंडी, प्याज, मूली, पालक, टमाटर आदि और साथ ही काफी प्रकार के फूल भी उगा सकते है।