देहरादून, लम्बे समय से कर्मचारियों के नियमितीकरण की मांग कर रहे जीएमवीएन और केएमवीएन में कार्य कर रहे दैनिक कर्मचारियों का वन टाइम सेटलमेंट के अंतर्गत विनियमितीकरण को लेकर संयुक्त कर्मचारी महासंघ के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन प्रेषित किया गया। साथ ही मांग की गयी कि कर्मचारियों के विनियमितीकरण के बाद ही दोनों निगमों का एकीकरण किया जाए। इस सम्बन्ध में संयुक्त कर्मचारी महासंघ का कहना है कि बीते कई वर्षों से महासंघ दोनों निगमों के कर्मचारियों के वन टाइम सेटलमेंट के तहत विनियमितीकरण करने के सम्बन्ध में कई बार वार्ताएं कर चुका है। बावजूद इसके प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों की मांग को लेकर कोई फैसला नहीं लिया है, और इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया है। जिससे कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। साथ ही कर्मचारियों के भविष्य की भी चिंता बनी हुई है। महासंघ का कहना है कि जिस प्रकार साल 2021 में कुमाऊं मुक्त विश्वविद्यालय के 22 संविदा कर्मियों का नियमावली 2013 के अन्तर्गत विनियमितीकरण कराया गया, इसी के तहत दोनों जीएमवीएन और केएमवीएन निगमों का एकीकरण से पूर्व इनमें कार्यरत दैनिक कर्मियों का भी विनियमितीकरण कराया जाए। महासंघ ने यह भी कहा कि अगर प्रदेश सरकार ने मांगों पर आदेश 4 अप्रैल तक जारी नहीं किये तो वे आंदोलन करेंगे।