देहरादून| पहले भर्ती परीक्षा पत्र लीक होने के बाद उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने अब एक फरवरी से सभी पेपर और क्वेश्चन बैंक कों डबल लॉक में सुरक्षित कर रहा है। आयोग ने सभी अधिकारियों को हर प्रकार की ई- डिवाइस लेकर जाने के लिए मना कर दिया है। आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत की और से यह सूचना जारी की गई है की 31 जनवरी को आयोग के गोपनीय अनुभागों सिक्योरिटी ऑडिट होगा, जिसमें सचिव, परीक्षा नियंत्रक एवं प्रोग्रामर, आईटी सेल भी को भी शामिल किया जाएगा। इसके बाद एक फरवरी से कार्यालय में नई व्यवस्था की जाएगी क्योंकि अब वह भर्ती परीक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की चूक नहीं होने देना चाहते। आयोग ने यह भी तय किया है की सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को आयोग के द्वार पर ही क्लॉक रूम की पूरी सुविधा दी जाएगी। जिसमे उन सभी के लिए अपने पर्सनल लॉकर होंगे। गोपनीय, अति गोपनीय में बस अधिकृत कर्मचारी ही जा सकते है लेकिन उनको भी काफी अच्छी सुरक्षा जांच से निकलना होगा इसलिए उन सबकी फ्रिस्किंग, फिज़िकल चेकिंग, बायोमीट्रिक वेरिफिकेशन भी किया जाएगा। आयोग अब परीक्षा में कोई भी कमी नहीं होने देना चाहते। सभी गोपन और अति गोपन अनुभागों को एक जगह को लेकर आया जाएगा और वही पेपर बनाने, पुस्तकें और साथ सभी ओएमआर स्कैनिंग का काम भी करवाया जाएगा। इस बार आयोग पूरे कड़े इंतजाम करे
इंटरनेट की सुविधा दी जाएगी
विशेषज्ञों को पेपर बनाते समय इंटरनेट की पूरी और अच्छी तरह से सुविधा दी जाएगी और साथ ही उनको ई-लाइब्रेरी और काफी तरह की पुस्तक भी उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि सब के जाने के बाद इंटरनेट की सुविधा बंद की जा सके। इन सब दी गई सुविधा से विशेषज्ञ अच्छी तरह से पेपर को तैयार कर सकेंगे।
हर किसी पर होगी आयोग की नजर
आयोग ने पेपर में हर प्रकार की सुविधा दी है और साथ ही आवश्यक प्रक्रियाओं के साथ हर आने जाने वाले इंसान पर ध्यान रखा जाएगा और साथ ही ज्यादा सीसीटीवी लगाने के बारे में भी सोचा गया है। साथ में इस पर भी नजर रखी जाएगी की जो सुविधा और सुरक्षा दी गई है उसका कितना पालन किया जा रहा है। हर हफ्ते उनकी भी समीक्षा की जाएगी। इन सब पर नियंत्रण आयोग के सचिव खुद करंगे। प्रवेश द्वार पर ही विज़िटर बुक और फोन कॉल का पूरा विवरण भी समय समय पर दिया जाए और उसका निरीक्षण भी किया जाएगा।