उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड में पहाड़ों से पलायन लगातार जारी है। सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद पहाड़ के पहाड़ खाली हो रहे हैं। पहाड़ों से पलायन के पीछे शिक्षा और रोजगार को बड़ी वजह माना जाता है…हांलाकि धामी सरकार का दावा है कि सरकार की तमाम योजनाओं से पहाड़ों से पलायन रोकने में मदद मिलेगी…..इसी कड़ी में सरकार ने बड़ा फैसला लिया है जिसमें अब राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में निजी शैक्षिक संस्थान स्थापित करने के लिए सरकार जमीन खरीदने पर 25 प्रतिशत की सब्सिडी देगी। इन्वेस्टर्स समिट के तहत शिक्षा विभाग ने भी प्राइवेट शैक्षिक संस्थानों को राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित किया है। इसके लिए पर्वतीय क्षेत्रों में निवेश की न्यूनतम सीमा 25 करोड़ रुपये और मैदानी क्षेत्रों में 50 करोड़ रुपये होगी। इस संबंध में निजी स्कूल मालिक और संचालकों के साथ महत्वपूर्ण बैठक भी हो चुकी है। वहीं दूसरी ओर युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से धामी सरकार ने आज युवा महोत्सव का आयोजन किया…महोत्सव में मुख्यमंत्री धामी ने रोजगार प्रयास पोर्टल को लॉन्च किया….इस पोर्टल के माध्यम से युवाओ को ना सिर्फ रोजगार की जानकारी मिलेगी बल्कि इसी पोर्टल मे विभिन्न विभागों मे आउट सोर्स के जरिये खाली पड़े पदो की जानकारी मिल सकेगी…..वहीं मुख्यमंत्री की उपस्थिति में IIT रुड़की और MICROSOFT के साथ सरकार ने MOU भी साइन किया गया है…..IIT रुड़की और MICROSOFT की ओर से युवाओ को प्रशिक्षण दिया जायेगा…ताकी युवाओं को रोजगार मिलने में आसानी हो…वहीं कांग्रेस ने सरकार के इन सभी प्रयासों को जुमला करार दिया है।
उत्तराखंड की धामी सरकार राज्य में युवाओं को रोजगार देने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है…इसी के तहत सरकार ने आज उत्तराखंड युवा महोत्सव का आयोजन किया….मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम मे IIT रुड़की और MICROSOFT के साथ MOU साइन किया..IIT रुड़की और MICROSOFT की ओर से युवाओ को प्रशिक्षण दिया जायेगा… वही कार्यक्रम मे मुख्यमंत्री ने रोजगार प्रयास पोर्टल को भी लॉन्च किया… इस पोर्टल के माध्यम से युवाओ को ना सिर्फ रोजगार की जानकारी मिलेगी बल्कि इसी पोर्टल मे विभिन्न विभागों मे आउट सोर्स के जरिये खाली पड़े पदो की जानकारी मिल सकेगी… कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने युवाओ को नियुक्ति पत्र भी वितरित किए… मुख्यमंत्री ने कहा की सरकार लगातार युवाओ को रोजगार देने की दिशा मे कार्य कर रही है….सरकार की कोशिश है कि युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ा जाए…इसको देखते हुए सरकार युवा महोत्सव जैसे तमाम अन्य कार्यक्रम आयोजित कर रही है…वहीं विपक्ष सरकार की तमाम कोशिशों को जुमला करार दे रहा है
वहीं एक तरफ जहां सरकार युवाओं को रोजगार देने की दिशा में कार्य कर रही है तो दूसरी ओर सरकार ने पहाड़ों में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए भी एक बड़ा फैसला लिया है। जिसमें अब राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में निजी शैक्षिक संस्थान स्थापित करने के लिए सरकार जमीन खरीदने पर 25 प्रतिशत की सब्सिडी देगी। इन्वेस्टर्स समिट के तहत शिक्षा विभाग ने भी प्राइवेट शैक्षिक संस्थानों को राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित किया है। इसके लिए पर्वतीय क्षेत्रों में निवेश की न्यूनतम सीमा 25 करोड़ रुपये और मैदानी क्षेत्रों में 50 करोड़ रुपये होगी। इस संबंध में निजी स्कूल मालिक और संचालकों के साथ महत्वपूर्ण बैठक भी हो चुकी है…
कुल मिलाकर चुनाव से पहले धामी सरकार ने युवाओं के मुद्दे पर विशेष ध्यान देना शुरू कर दिया है। वैसे भी कहा जाता है कि जिस ओर जवानी चलती है, उस ओर ज़माना चलता है।।” इसी के मद्देनजर सरकार एक तरफ जहां युवा महोत्सव कराने के साथ ही पहाड़ों में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने की दिशा में कार्य कर रही है हांलाकि चिंता का विषय ये भी है कि शिक्षा हब कहे जाने वाले उत्तराखंड में ऐसी स्थिति आ गई है कि अब पहाड़ों में प्राईवेट स्कूलों को खोलने के लिए सरकार को सब्सिडी का सहारा लेना पड़ रहा है