उत्तराखंड: राज्य में हो रहे अतिक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री का रवैया काफी सख्त दिख रहा है। उन्होंने कहा है कि अतिक्रमण को किसी भी कीमत पर बक्सा नहीं जायेगा। सरकारी भूमि पर से अतिक्रमण को तब तक हटाया जायेगा, जब तक देवभूमि अतिक्रमण मुक्त नहीं होती। अब इसके लिए सेटेलाइट की भी मदद ली जायेगी। सेटेलाइट के माध्यम से देखा जाएगा की राज्य में कहां-कहां पर अतिक्रमण हो रहा है। इसके अलावा सभी सरकारी विभाग अपनी भूमि संपत्ति का रजिस्टर भी तैयार करेंगे।
अतिक्रमण होने पर संबंधित विभाग अधिकारियों पर होगी कार्रवाई
अतिक्रमण हटाने को लेकर बीते दिन मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियो के साथ बैठक करी। उन्होंने कहा की सरकारी भूमि पर अगर अतिक्रमण पाया गया तो सम्बन्धित अधिकारी पर कार्यवाई की जायेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि समय-समय पर अतिक्रमण को देखने के लिए सेटेलाइट कि मदद भी ली जाए। सेटेलाइट के माध्यम से उन जगहों को देखा जाए, जहां सरकारी भूमि पर अतिक्रमण किया जा रहा है, और उसे तत्काल हटाया जाए। बैठक में वन विभाग ने बताया कि अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत अब तक वन की भूमि से 455 हेक्टेयर अवैध कब्जे को हटाया जा चुका है। और आगे भी अवैध कब्जो को हटाने की कार्यवाई जारी है। इसके साथ ही मुख़्यमंत्री ने राज्य में अवैध कब्जो के माध्यम से हो रहे जनसांख्यिकी बदलाव पर चिंता जताते हुए अधिकारियो को निर्देश दिए कि इनमे रह रहे बाहरी लोग कितने हैं, और राज्य के कितने हैं। इसका ब्यौरा भी जल्द ही तैयार करने को कहा गया है।