उत्तराखंड: नशामुक्ति केन्द्रों में जानवरों की तरह रखे जा रहे भर्ती युवक अक्सर नशे की लत में आकर युवा अपने भविष्य के साथ खिलवाड करते हैं। जिस कारण परिवारजनों को उन्हें नशा मुक्ति केन्द्रो में रखने को मजबूर होना पड़ता है। लेकिन नशा मुक्ति केन्द्रों में रखे गये ये युवक किन परिस्थितियों मे रहते है। इसका अक्सर परिवारजनो को भी पता नहीं होता। शहर में नशामुक्ति केन्द्रों में पुलिस द्वारा किये गये औचत निरीक्षण में पाया गया कि युवको को जानवरों की तरह रखा गया है न साफ-सफाई की व्यवस्था है और न ही भोजन पानी में स्वच्छता का ध्यान रखा गया है।
पुलिस द्वारा निरीक्षण में पाई गयी अव्यवस्था
बीते सोमवार को क्लेमेन्टाउन के भारूवाला एक नशामुक्ति केन्द्र मे पुलिस द्वारा निरीक्षण किया गया। महज एक माह पूर्व खुले इस केन्द्र का स्थानीय लोग भी विरोध कर चुके हैं। केन्द्र के बारे में थानाध्यक्ष शिशुपाल राणा ने बताया कि निरीक्षण के दौरान पाया गया कि केन्द्र में 35 युवक भर्ती हैं और इन सभी को एक ही कमरे में रखा गया है। इसके साथ ही इनके खाने पीने और साफ सफाई की भी ठीक प्रकार से व्यवस्था नहीं की गयी न ही केन्द्र में कोई सुरक्षा गार्ड था और बंद सीसीटीवी कैमरे पाये गये नशामुक्ति केन्द्र को व्यवस्था सुधारने की चेतावनी जारी की गयी। ऐसा न होने पर नशा मुक्ति केन्द्र पर कार्यवाही की जाएगी ।