परीक्षा पर रार,विपक्ष का प्रहार !

देहरादून, देवभूमि उत्तराखंड में भर्ती परीक्षाओं पर रार थमने का नाम नहीं ले रही है….दरअसल उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने एक बार फिर उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष और सचिव का इस्तीफा मांगा है…. बॉबी पंवार का कहना है कि बेरोजगारों ने पहले ही पहले जांच फिर परीक्षा की बात कही थी…..लेकिन आयोग और सरकार जानबूझकर परीक्षा कराने में तुले हैं….बाबी पंवार का दावा है कि रविवार को हुई फारेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा से पहले ही नकल माफियाओं ने कई बच्चों को पेपर पढ़ा दिया था….ऐसे में सरकार को फारेस्ट गार्ड की परीक्षा को निरस्त करना चाहिए था लेकिन नहीं किया…वहीं रविवार को हुई फारेस्ट गार्ड की परीक्षा में कुल एक लाख 43 हजार बच्चे शामिल हुए जबकि 63 हजार से ज्यादा बच्चों ने इस परीक्षा से दूरी बनाकर रखी….विपक्ष का कहना है कि बच्चों का सरकार से विश्वास उठ गया है इसलिए हजारों बच्चों ने परीक्षा नहीं दी जबकि सत्तापक्ष ने विपक्ष के आरोपों को निराधार बताया है

देवभूमि उत्तराखंड में भर्ती परीक्षाओं पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है….दरअसल उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने एक बार फिर उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष और सचिव का इस्तीफा मांगा है…. बॉबी पंवार का कहना है कि बेरोजगार परीक्षाओं की पहले सीबीआई जांच फिर परीक्षा कराने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार उनकी मांगों को नहीं मान रही है। उत्तराखँड लोक सेवा आयोग के ही कर्मचारी पेपर लीक कराने में शामिल हैं…..बावजूद इसके आयोग और सरकार जानबूझकर परीक्षा कराने में तुली हैं….बाबी पंवार का दावा है कि रविवार को हुई फारेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा से पहले ही नकल माफियाओं ने कई बच्चों को पेपर पढ़ा दिया था….ऐसे में सरकार को फारेस्ट गार्ड की परीक्षा को निरस्त करना चाहिए था

 

आपको बता दें कि राज्य में वन आरक्षी भर्ती परीक्षा से ठीक एक दिन पहले STF ने ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए नकल कराने वाले गैंग का पर्दाफाश किया था……बेरोजगार संघ का आरोप है कि इसी गैंग ने हरिद्वार के एक गांव में बच्चों को फारेस्ट गार्ड का पेपर पढ़ाया हैं जिसकी परीक्षा रविवार को हुई…..वहीं बॉबी पवार का दावा है कि उनके पास कुछ लोगों की सूची है जिन्हें वह जल्द पुलिस को सौंपने जा रहे हैं…..बेरोजगार युवाओं के इस हंगामें के बीच राज्य में रविवार को फारेस्ट गार्ड की भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी…परीक्षा में कुल एक लाख 43 हजार बच्चे शामिल हुए जबकि 63 हजार से ज्यादा बच्चों ने इस परीक्षा से दूरी बनाकर रखी….विपक्ष का कहना है कि बच्चों का सरकार से विश्वास उठ गया है इसलिए हजारों बच्चों ने परीक्षा नहीं दी जबकि सत्तापक्ष ने विपक्ष के आरोपों को निराधार बताया है

कुल मिलाकर उत्तराखंड में भर्ती परीक्षाओं पर विवाद थम नहीं रहा है। सरकार के कड़े नकल विरोधी कानून के बावजूद परीक्षाओँ पर सवाल उठना गंभीर है। क्या सरकार बेरोजगार युवाओं द्वारा उठाए गए सवालों पर कोई कार्रवाई करेगी…..क्या मुख्यमंत्री धामी उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की सफाई करेंगे, क्या राज्य में नकल माफियाओं के हाथ कानून से भी लंबे हो रहे हैं ऐसे अनगित सवाल अपने जवाब के इंतजार में है

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