उत्तराखंड| उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि कुमाऊं और गढ़वाल के बीच अब रोड संपर्क बढ़ाने के लिए सरकार योजना कर रही है। अब राज्य में सड़कों का ऐसा मैप तैयार किया जाएगा की यदि कोई भी पर्यटक गढ़वाल के किसी भी डेस्टिनेशन पर घूमने आए तो वह आसानी से सड़क के मार्ग से कुमाऊं के दर्शनीय स्थलों पर भी जा सके। मुख्यमंत्री मंगलवर को खटीमा पहुचे और उनका कहना था की सड़कों का ऐसा नक्शा तैयार करने की योजना बनाई जा रही है की अगर पर्यटक बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम के दर्शन करने के लिए आए तो वह कुमाऊं के गंगोलिहाट में पाताल भुवनेश्वर और अल्मोड़ा में कसार देवी, कौसनी भी घूमे, चंपावत में पूर्णागिरी मा के दर्शन करे और साथ के लगते बाकी जिलों में भी जा सके और भरपूर आनंद ले। सीएम धामी ने कहा की अब ऐसा नहीं होगा की पर्यटक घूमने के लिए सुबह घर से आलू पूड़ी लेकर निकले और शाम तक वह घर वापिस जाने के बारे मे सोचे। इस बार का जो बजट होगा वह राज्य में अवसर बढ़ाने वाला होगा। पर्यटन से राज्य के हर नागरिक को लाभ हो इसलिए इस दिशा में सरकार कार्य कर रही है। इसके साथ सरकार दालचीनी से लेकर, तिमुर और होमेस्टे से लेकर पारंपरिक पहाड़ी व्यंजन, परिवहन इसके साथ और भी योजनाओ पर कम चल रहा है। इन योजनाओ से राज्य का हर युवा स्वरोजगार से जुड़ेगा साथ हि राज्य में पलायन भी कम होगा। सीएम धामी का कहना है की आज राज्य के पास बजट की कोई कमी नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व पर पूरे विश्व की नजर है। धामी जी ने यह भी कहा की हमारे राज्य में वित्तीय संसाधन की कोई कमी नहीं है और साथ ही राज्य में जीएसटी का कलेक्शन भी आगे से बढ़ा है। राज्य के हर नागरिक का आज यह सपना है की 2025 तक ऊतराखंड पूरे देश का अग्रणी राज्य बने इसलिए इस दिशा में राज्य सरकार काम कर रही है। लोहिया हेड पावर हाउस विश्रामगृह में मीडिया से बातचीत में सीएम धामी ने कहा की जब राज्य बना तो सबसे पहला भर्ती घोटाला पटवारी भर्ती घोटाला था। अगर उस समय ही इन भर्ती घोटालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की होती तो आज राज्य में ऐसे हालत नहीं होते।