महिलाओं को सशक्तिकरण करने के लिए भारत सरकार और राज्य सरकार द्वारा कई योजना बनाई गई है। हरिद्वार में यह योजना धरातल पर अधिकारियों की लेटलतीफी के चलते दम तोड़ रही है। हरिद्वार में महिलाओं को सशक्तिकरण करने के लिए देश का पहला महिला वेडिंग जोन स्थापित किया गया। लेकिन नगर निगम की लापरवाही के चलते यह वेडिंग जोन धूल फांक रहा है। अब तक इसका उद्घाटन नहीं किया गया। महिलाओं को अब बैंकों के नोटिस भी आने शुरू हो गए हैं जिससे उनकी समस्याएं कम होने की बजाए अब बढ़ने लगी है।
बता दें कि मुख्यमंत्री सहायता समूह उद्यमीता योजना के तहत देश का पहला पिंक वेडिंग जो हरिद्वार में स्थापित किया गया है। मगर निगम प्रशासन और सिंचाई विभाग में आपसी तालमेल ना होने के कारण यह बाजार अब तक नहीं खुल पाया है। इसे रेडा पटरी वाले छोटे व्यापारियों को काफी नुकसान हो रहा है। लघु व्यापार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय चोपड़ा का कहना है कि पूरे भारत में हरिद्वार में यह पहला वेडिंग जोन है जो महिलाओं को प्रोत्साहित और आत्मनिर्भर बनाने के लिए बनाया गया है। मगर इसका संज्ञान अब तक ना तो केंद्र सरकार ने और ना ही राज्य सरकार ने लिया है यह दुख का विषय है इसका उद्घाटन ना होने के कारण यह धूल फांक रहा है कई बार अधिकारियों के संज्ञान में यह मामला लाया जा चुका है कि यह बाजार जल्द संचालित होना चाहिए क्योंकि अब महिलाओं के पास बैंकों के नोटिस आ रहे हैं की किस्त जमा कराई जाए।
वहीं इस मामले पर हरिद्वार नगर निगम के मुख्य नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती का कहना है कि हरिद्वार में 600 लघु व्यापारियों के लिए वेडिंग जोन स्थापित किए जा रहे हैं। प्रथम चरण में महिलाओं के लिए पिंक वेडिंग जोन बनाया गया है। इसमें 100 महिलाओं को आवंटन किया गया है। जल्द ही हम पिंक वेडिंग जोन का उद्घाटन करने जा रहे हैं। हमारे द्वारा महिलाओं को इसकी चाबी भी दी जा चुकी है। महिलाओं द्वारा इसे शुरू क्यों नहीं किया जा रहा है। इसको लेकर हमारे द्वारा समीक्षा बैठक की जा रही है। इनका कहना है की रोड़ बेलवाला में महिलाओं के लिए पिंक वेडिंग जोन स्थापित करने की रूपरेखा पहले तैयार की गई थी। इसके साथ ही हरिद्वार की कई और क्षेत्रों में भी लघु व्यापारियों के लिए वेडिंग जोन स्थापित किए जा रहे हैं।
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