राज्य में खुली सरकारी नर्सिंग काॅलेज की राह
उत्तराखंड – उत्तराखंड में अब सरकारी नर्सिंग काॅलेज खोलने की राह तैयार हो गयी है। जो युवा नर्सिंग क्षेत्र मे
अपना करियर बनाना चाहते हैं उनको अब कॉलेज खुलने के बाद राज्य के भीतर ही कम फीस पर नर्सिंग कोर्स करने का अवसर जल्द ही मिलेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किये गये उनके पांचवें बजट में नर्सिंग कॉलेज खोलने के बाद अब राज्य में भी इसका लाभ मिल सकेगा। इससे जहां एक ओर युवाओं को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे वहीं दूसरी ओर निजी ओर सरकारी चिकित्सालयों को भी प्रशिक्षित युवा मिल सकेंगे जिससे स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी इनकी सेवाओं का लाभ मरीज ले सकेंगे। काॅलेज खुलने की कवायत केन्द्र के नरेन्द्र मोदी नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनने के साथ ही हो चुका था। जिसमें राज्य के लिए चार मेडिकल काॅलेज खोलने को मंजूरी मिली थी। इस समय राज्य में आठ सरकारी नर्सिंग कॉलेज हैं। चार और कॉलेज मिलने के बाद राज्य के युवाओं के लिए मेडिकल के क्षेत्र में करियर बनाना और आसान हो जाएगा।
कम फीस में, मिलेंगे अधिक अवसर
राज्य में नर्सिंग काॅलेज खोलने को लेकर राज्य स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नर्सिंग काॅलेज के खुलने से जहां एक ओर इस क्षेत्र में राज्य के युवाओं को अपना भविष्य बनाने का अवसर प्राप्त होगा वहीं दूसरी ओर युवा सरकारी नर्सिग काॅलेजों की अधिक उपलब्धता से कम फीस में कोर्स करने का अवसर मिलेगा। साथ ही उन्होने कहा कि इससे स्वास्थ्य सेवाओं में भी प्रशिक्षित नर्सो की उपलब्धता बढ़ेगी और चिकित्सा ढ़ांचा को भी मजबूती मिलेगी।
राज्य में खुल सकेंगी आइसीएमआर अप्रूव्ड लैब
राज्य जहां एक ओर नर्सिंग काॅलेज खुलने का रास्ता साफ हो गया है वहीं सरकारी और निजी क्षेत्रों में लैब भी विकसित हो सकेंगी। बजट में फार्मास्यूटिकल के विकाश की घोषणा के साथ ही अब राज्य में आइसीएमआर लैब खुल सकेंगी। वैश्विक महामारी कोरोना के समय चिकित्सा के लेकर काफी मशक्कत करनी पड़ी थी | इसलिए अब जांच के दायरे को बढ़ाने के लिए लैब जिलास्तर पर खोली जा सकती है।