देवाल। चमोली जिले के देवाल ब्लाक स्थित वाण गांव के प्रसिद्व सिद्वपीठ लाटू देवता मंदिर के कपाट पूरे विधि विधान वैदिक मंत्रोपचार और पौराणिक परंपरा के अनुसार पूजा अर्चना के बाद भक्तों के दर्शनार्थ हेतु 6 माह के लिए खोल दिए गए हैं ।कपाट खुलने के मौके पर हजारों श्रद्धालु मौजूद रहे और दर्शन कर लाटू देवता का आशीर्वाद प्राप्त किया। कपाट खुलने के मौके पर गांव मे प्राचीन काल से लगने वाले एक दिवसीय बोरी मेले का आयोजन भी बड़ी धूमधाम के साथ किया गया।
इस मौके पर मंदिर मे पहली पूजा सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम पर की गई। प्राचीन मंदिर समुद्र तल से करीब 8000 फीट की उचाई पर स्थित है मंदिर पुरोहित और वाण गांव के कुल पुरोहित हरिदत्त कुनियाल,रमेष कुनियाल के साथ ही उमेष कुनियाल ने मंत्रोपचार कर विधिवत पूजा अर्चना की । इसके बाद प्राचीन काल से चली आ रही परंपरा के अनुसार ही मुख्य पुजारी खीम सिंह नेगी ने आंख और कान मे पट्टी बांधकर मंदिर के गर्भगृह मे प्रवेश किया। इसके बाद ठीक 2ः15 मिनट पर मंदिर के कपाट भक्तों के दर्शनों के लिए खोल दिए गए।
मंदिर परिसर मे लाटू,भगवती,भैरव और काली आदि देवी-देवताओं के पश्वो ने देव नृत्य कर आए हुए भक्तो को आशीर्वाद देकर प्रसाद वितरित किया। मंदिर मे दिनभर दर्शन करने वालो का तांता लगा रहा।
इस मौके पर चैड गांव की धावक सरोजिनी कोटेडी ने देवाल से वाण तक करीब 40 किमी दौड लगाकर लाटू के दर्शन किये।