उत्तराखंड, देहरादून : राज्य में लम्बे समय से भूमाफियाओं की राज्य की परिसम्पत्तियों पर नजर है। बीते समय इसमें शिकायत मिलने के बाद गंभीर गड़बड़ियां भी पाई गयी थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी बीते हफ्ते तहसील के निरीक्षण के दौरान कई जमीनों के अभिलेखों में गड़बड़ियां पायी। अब इसको गंभीरता से लेते हुए जमीनों के जालसाजी पर उन्होंने कोई कोताही न बरतते हुए कड़ा एक्शन लिया है। इसके लिए उन्होने तीन सदस्यीय जांच दल भी नियुक्त करने के निर्देश दिए हैं। जो इस पूरे प्रकरण की गहनता से जांच करेगा। और गड़बड़ी के तथ्यों को सामने लाएगा। इस तीन सदस्यीय जांच दल की अध्यक्षता पूर्व आइएएस सुरेन्द्र सिंह रावत करेंगे।
तीन सदस्यीय जांच दल के पास चार माह का समय
मुख्यमंत्री धामी ने जमीनों के खुर्द बुर्द व दस्तावेजों से छेड़छाड़ के मामले पर गंभीरता दिखाते हुए तीन सदस्यीय जांच दल को गठित करने का निर्देश दिया है। जिसका कार्यकाल चार माह का होगा। यह राजधानी में भूमि सम्बन्धी अभिलेखों से छेड़छाड़ की गहन जांच करेगा। इस जांच दल की अध्यक्षता कर रहे सुरेन्द्र सिंह रावत पूर्व आइएएस भी हैं। साथ ही इनकी ईमानदार और तेजतर्रार छवि के कारण ही उनको जांच दल की अध्यक्षता सौंपी है। इसके अलावा जांच दल में स्टांप एवं निबंधन मुख्यालय के सहायक महानिरीक्षक अतुल कुमार शर्मा व डीआइजी कानून व्यवस्था पुलिस मुख्यालय पी रेणुका देवी भी शामिल हैं।