देहरादून, देहरादून में नगर निगम द्वारा संचालित कांजी हाउस में फिर गायों के मरने की खबर है। कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा महरा दसौनी ने इस बात का खुलासा किया है। गरिमा मेहरा दसौनी का कहना है कि वह एक महिला की गाय को छुड़ाने कांजी हाउस पहुंची थी और इस दौरान उन्होंने कांजी हाउस की वीडियोग्राफी भी कर ली। वीडियो में कांग्रेस का दावा है कि वहां आधा दर्जन से अधिक गोवंश मरी पड़ी मिली, चार-पांच गंभीर रूप से घायल थीं, जिन्हें इलाज नहीं दिया गया। गौवंश को वहां भूसा-चारा और पानी तक नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा जिस गोवंश के नाम पर राजनीति करती है आज उसी के राज में गोवंश का सबसे बुरा हाल है…वहीं देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा ने कांग्रेस के इन सभी आरोपों का खंडन किया है। मेयर सुनील उनियाल गामा का कहना है कि कांग्रेस प्रवक्ता के आरोप गलत है क्योंकि उन्होने खुद कांजी हाउस में जाकर स्थिति देखी जहां गायों के लिए कोई कमी नहीं है। और कांग्रेस नेताओं की ओर से पुरानी फोटों को दिखाया जा रहा है…जो कि गलत है…. बता दें कि 2019 में भी यहां बड़े पैमाने में गायों की मौत हुई थी जिस पर बकायदा जांच भी बिठाई गई थी, अब एक बार फिर कांजी हाउस में गायों के मरने का दावा किया जा रहा है। हांलाकि के न्यूज कांग्रेस की ओर से जारी इन वीडियो की पुष्टि नहीं करता है…वहीं पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इस मुद्दे पर नाराजगी व्यक्त की है साथ ही सचिव पशुपालन ने निदेशक शहरी विकास क़ो पत्र लिखकर जाँच कराने के निर्देश दिए है…
देवभूमि उत्तराखंड में गायों की मौत पर फिर बवाल छिड़ गया है। दअरसल देहरादून में नगर निगम द्वारा संचालित कांजी हाउस में फिर गायों के मरने की खबर है। कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा महरा दसौनी ने इस बात का खुलासा किया है। गरिमा मेहरा दसौनी का कहना है कि वह एक महिला की गाय को छुड़ाने कांजी हाउस पहुंची थी और इस दौरान उन्होंने कांजी हाउस की वीडियोग्राफी भी कर ली। वीडियो में कांग्रेस का दावा है कि वहां आधा दर्जन से अधिक गोवंश मरी पड़ी मिली, चार-पांच गंभीर रूप से घायल थीं, जिन्हें इलाज नहीं दिया गया। गौवंश को वहां भूसा-चारा और पानी तक नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा जिस गोवंश के नाम पर राजनीति करती है आज उसी के राज में गोवंश का सबसे बुरा हाल है…वहीं आम आदमी पार्टी ने भी नगर निगम देहरादून की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं
आपको बता दें कि 2019 में भी यहां बड़े पैमाने में गायों की मौत हुई थी जिस पर बकायदा जांच भी बिठाई गई थी, अब एक बार फिर कांजी हाउस में गायों के मरने का दावा किया जा रहा है। वहीं देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा ने कांग्रेस के इन सभी आरोपों का खंडन किया है। मेयर सुनील उनियाल गामा का कहना है कि कांग्रेस प्रवक्ता के आरोप गलत है क्योंकि उन्होने खुद कांजी हाउस में जाकर स्थिति देखी जहां गायों के लिए कोई कमी नहीं है। और कांग्रेस नेताओं की ओर से पुरानी फोटों को दिखाया जा रहा है…जो कि गलत है….
कुल मिलाकर देवभूमि में गोवंश की ऐसी स्थिति चिंता बढ़ाती है सवाल ये है कि आखिर कब राज्य में गोवंश की स्थिति सुधरेगी…आखिर कब नगर निगम देहरादून अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाएगा….सवाल तो ये भी है कि क्या कांग्रेस की ओर से पुरानी तस्वीरें दिखाकर सरकार को बदनाम किया जा रहा है। क्या पशुपालन मंत्री की नाराजगी से व्यवस्था में सुधार हो पाएगा