देहरादून, उत्तराखंड में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले धामी सरकार ने युवाओं के मुद्दों पर ध्यान देना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में राज्य में जी-20 सम्मेलन के साथ ही वाई-20 समिट का भी आगाज हो गया है। सरकार चुनाव से पहले युवाओं को खुश करने की तैयारी में लगी हुई है। वहीं धामी सरकार उत्तराखंड के युवाओं को विदेशों में रोजगार भी सुनिश्चित कराएगी। इसके लिए कैबिनेट में सरकार ने फैसला भी लिया है। सरकार युवाओं को विदेशों में नर्सिंग, फिजियोथेरेपी, योग, हॉस्पिटेलिटी जैसे सर्विस सेक्टर में बढ़ती नौकरियों के लिहाज से तैयार करेगी। युवाओं को स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग देने के साथ ही विदेशी भाषाएं भी सिखाई जाएंगी। ट्रेनिंग और विदेश जाने में होने वाले खर्च में भी सरकार की ओर से सहायता दी जाएगी। राज्य के मुख्य सचिव डा.एसएस संधु ने बताया कि सीएम कैशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना के तहत अंतरराष्ट्रीय स्तर की एजेंसियों का चयन भी किया जाएगा। ये एजेंसियां न सिर्फ युवाओं को ट्रेनिंग देंगी, बल्कि उनके लिए रोजगार भी सुनिश्चित कराएंगी। एक तरफ जहां सरकार युवाओं को विदेश में नौकरी दिलाने का दावा कर रही है तो दूसरी ओर विपक्ष ने सरकार के इस दावे को झूठा बताया है विपक्ष का कहना है कि चुनाव से पहले सरकार बेरोजगार युवाओं को सपने दिखाने का प्रयास कर रही है।
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड सरकार ने युवाओं के मुद्दों पर ध्यान देना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में राज्य में जी-20 सम्मेलन के साथ ही वाई-20 समिट का भी आगाज हो गया है। सरकार चुनाव से पहले युवाओं को खुश करने की तैयारी में लगी हुई है। वहीं धामी सरकार उत्तराखंड के युवाओं को विदेशों में रोजगार भी सुनिश्चित कराएगी। इसके लिए कैबिनेट में सरकार ने फैसला भी लिया है। सरकार युवाओं को विदेशों में नर्सिंग, फिजियोथेरेपी, योग, हॉस्पिटेलिटी जैसे सर्विस सेक्टर में बढ़ती नौकरियों के लिहाज से तैयार करेगी। युवाओं को स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग देने के साथ ही विदेशी भाषाएं भी सिखाई जाएंगी। ट्रेनिंग और विदेश जाने में होने वाले खर्च में भी सरकार की ओर से सहायता दी जाएगी।
वहीं राज्य के मुख्य सचिव डा.एसएस संधु ने बताया कि सीएम कैशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना के तहत अंतरराष्ट्रीय स्तर की एजेंसियों का चयन भी किया जाएगा। ये एजेंसियां न सिर्फ युवाओं को ट्रेनिंग देंगी, बल्कि उनके लिए रोजगार भी सुनिश्चित कराएंगी। एक तरफ जहां सरकार युवाओं को विदेश में नौकरी दिलाने का दावा कर रही है तो दूसरी ओर विपक्ष ने सरकार के इस दावे को झूठा बताया है विपक्ष का कहना है कि चुनाव से पहले सरकार बेरोजगार युवाओं को सपने दिखाने का प्रयास कर रही है।
कुल मिलाकर चुनाव से पहले सरकार का फोक्स है कि बेरोजगार युवाओं के हाथों को रोजगार दिया जाए…..सरकार जानती है कि चुनाव में युवाओं का वोट बैंक बीजेपी के लिए कितना अहम है,…शायद यही वजह है कि सरकार को अब जी-20- वाई-20 समिट के साथ ही युवाओं को विदेशों में नौकरी दिलाने का दावा करना पड़ रहा है। सवाल ये है कि क्या धामी का प्लान बेरोजगार युवाओं के हाथों को रोजगार दिला पाएगा….क्या जी-20, y-20 से राज्य और युवाओं का विकास हो पाएगा,