आतंकियों के नापाक मंसूबे, फिर नाकाम
पाकिस्तान अपने नापाक मंसूबो को अंजाम देने के लिए लगातार अपने देश में पल रहे आतंकी संगठनों को शय देकर भारत के खिलाफ साजिशे रचता रहता है। लेकिन भारत की सुरक्षा एजेसियां लगातार अपनी मुस्तैदी दिखाकर आतंकियों की साजिशों को नाकाम कर देती हैं। ऐसा ही इस साल गणतंत्र दिवस से पहले हमले की साजिश कर रहे आतंकी नौशाद अली और जगजीत के इरादों को नाकाम करते हुए जहांगीरपुरी से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पकड़ा। दोनों आतंकी पाकिस्तान में आतंकी संगठनों के संम्पर्क में थे। और उन्ही के निर्देश पर भारत में टेरर गैंगस्टर को बढ़ाना, टारगेट किलिंग करके दहशत फैलाना चाहते थे।
आतंकियों के निशाने पर थे हिन्दु नेता
पकड़े गए आतंकियों में नौशाद अली को भारत में गैंगस्टर और आतंकियोें के गठजोड़ को मजबूत बनाकर देश में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने का जिम्मा दिया गया था। स्पेशल सेल के सूत्रों से पता चला हैं कि आतंकी नौशाद अली आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के साथ भी जुड़ा हुआ था जिसे दिल्ली में दो, तीन बड़े नेताओं की हत्या को कहा गया था। इसके अलावा पकड़ा गया आतंकी जगजीत से पूछताछ में पता चला कि वह कनाडा में मौजूद खलिस्तानी आतंकियों के साथ सम्पर्क में था। जहां से उसे भारत में हिन्दू नेताओं की हत्या को अंजाम देने को कहा गया था। जिसमें पंजाब के दो हिन्दु नेता जिसमें शिवसेना और कांग्रेस पार्टी के नेता भी हैं। हत्या की बदले नौशाद को करीब ढ़ाई करोड़ रूपये मिलने थे।