उत्तराखंड, धामी सरकार ने उत्तराखंड में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए तैयारी तेज कर दी है। इसी के तहत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सलाहकार समूह की बैठक आयोजित की गई…जिसमें सरकार ने इस समिट से 2.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश आने का लक्ष्य तय किया है। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री सलाहकार समूह की हुई पहली बैठक में आठ-नौ दिसंबर को प्रस्तावित उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 को लेकर गहन मंथन किया गया। बैठक में औद्योगिक निवेश और रोजगार बढ़ाने के साथ राज्य की आर्थिकी को विस्तार देने की भी कार्ययोजना बनाई गई। इस दौरान सीएम ने कहा कि सरकार निवेशकों को राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में निवेश के लिए प्रोत्साहित करना चाहती है। इससे पर्वतीय क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और पलायन भी रुकेगा। सीएम ने कहा कि उत्तराखंड को वर्ष 2025 तक देश का अग्रणी राज्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य को हासिल करने में उद्योग जगत से जुड़े लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। वहीं एक तरफ जहां सरकार ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों में जुटी हुई है तो दूसरी ओर विपक्ष ने इस समिट को सिर्फ एक इवेट बताकर इस समिट को जनता के पैसों की बर्बादी बताया है…वहीं इन्वेस्टर सम्मिट की तैयारियों के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली दौरे पर है…जहां मुख्यमंत्री समिट के संबंध में कई केंद्रीय मंत्रियों से भी मुलाकात कर सकते हैं भाजपा को पूरी उम्मीद है कि सीएम धामी के दिल्ली दौरे से राज्य को केंद्र से बड़ी सौगात मिल सकती है
धामी सरकार ने उत्तराखंड में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए तैयारी तेज कर दी है। इसी के तहत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सलाहकार समूह की बैठक आयोजित की गई…जिसमें सरकार ने इस समिट से 2.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश आने का लक्ष्य तय किया है। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री सलाहकार समूह की हुई पहली बैठक में आठ-नौ दिसंबर को प्रस्तावित उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 को लेकर गहन मंथन किया गया। बैठक में औद्योगिक निवेश और रोजगार बढ़ाने के साथ राज्य की आर्थिकी को विस्तार देने की भी कार्ययोजना बनाई गई। इस दौरान सीएम ने कहा कि सरकार निवेशकों को राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में निवेश के लिए प्रोत्साहित करना चाहती है। इससे पर्वतीय क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और पलायन भी रुकेगा। सीएम ने कहा कि उत्तराखंड को वर्ष 2025 तक देश का अग्रणी राज्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य को हासिल करने में उद्योग जगत से जुड़े लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। वहीं एक तरफ जहां सरकार ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों में जुटी हुई है तो दूसरी ओर विपक्ष ने इस समिट को सिर्फ एक इवेट बताकर इस समिट को जनता के पैसों की बर्बादी बताया है…
वहीं इन्वेस्टर सम्मिट की तैयारियों के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली दौरे पर है…जहां मुख्यमंत्री समिट के संबंध में कई केंद्रीय मंत्रियों से भी मुलाकात कर सकते हैं.. भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री जब भी दिल्ली जाते हैं तो कोई ना कोई सौगात प्रदेश की जनता के लिए लेकर आते हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरीके से मुख्यमंत्री दिल्ली जा रहे हैं और उत्तराखंड में इन्वेस्टर समिट होनी है उसको लेकर यह दौरा बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण हो सकता है। वहीं जहां एक और वह कई मंत्रियों से मुलाकात कर सकते हैं तो वहीं उत्तराखंड में आई आपदा को लेकर भी वह केंद्रीय मंत्रियों से बातचीत कर उचित मुआवजे की मांग कर सकते हैं। वहीं विपक्ष ने मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे पर कटाक्ष करते हुए सवालों की बौछार की है..
कुल मिलाकर उत्तराखंड में साल 2018 के बाद साल 2023 में एक बार फिर इंवेस्टर्स समिट होने जा रही है। सवाल ये है कि क्या पहले हुई इंवेस्टर्स समिट से राज्य में निवेश आया, क्या धामी का राज्य में 2.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश का सपना साकार होगा…..क्या निवेश के लिए इन्वेस्टर समिट ही एकमात्र रास्ता है या फिर सरकार को पहले इंफ्रांस्टकटर समेट कई सुविधाओं पर सुधार करने की आवश्यकता है
उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट