उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, लोकसभा चुनाव से पहले कर्मचारियों ने केंद्र और राज्य सरकार की टेंशन बढ़ा दी है। सरकार की ये परेशानी और भी बढ़ने वाली है। दअरसल पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई को अब किसान नेता राकेश टिकैत का भी समर्थन मिल गया है। राकेश टिकैत का समर्थन मिलने से कर्मचारियों को पूरी उम्मीद है कि सरकार उनकी मांग को जरूर पूरा करेगी…..आपको बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ट्वीट करते हुए इस आंदोलन को पूरा समर्थन दिया है। राकेश टिकैत ने ऐलान किया है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पुरानी पेंशन बहाली के लिए वह हर संभव प्रयास करेंगे…उन्होने कहा कि देश के 85 लाख एनपीएस कर्मचारियों की मांग के लिए देश का किसान हर संघर्ष में कर्मचारियों के साथ है…..वहीं कांग्रेस ने भी कर्मचारियों की मांगों का समर्थन करते हुए कर्मचारियों से वादा किया है कि सत्ता में आने पर कांग्रेस कर्मचारियों को पुरानी पेंशन की सौगात देगी….वहीं उत्तराखंड में कर्मचारियों ने सरकार से आर पार की लड़ाई का ऐलान करते हुए एक अक्टूबर को मुख्यमंत्री आवास कूच का ऐलान किया है। कर्मचारियों ने साफ कहा है कि जब तक सरकार उनकी मांगे पूरा नहीं करेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा
लोकसभा चुनाव से पहले कर्मचारियों ने केंद्र और राज्य सरकार की टेंशन बढ़ा दी है। सरकार की ये परेशानी और भी बढ़ने वाली है। दअरसल पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई को अब किसान नेता राकेश टिकैत का भी समर्थन मिल गया है। राकेश टिकैत का समर्थन मिलने से कर्मचारियों को पूरी उम्मीद है कि सरकार उनकी मांग को जरूर पूरा करेगी…..आपको बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ट्वीट करते हुए इस आंदोलन को पूरा समर्थन दिया है। राकेश टिकैट ने ऐलान किया है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पुरानी पेंशन बहाली के लिए वह हर संभव प्रयास करेंगे…उन्होने कहा कि देश के 85 लाख एनपीएस कर्मचारियों की मांग के लिए देश का किसान हर संघर्ष में कर्मचारियों के साथ है…..वहीं उत्तराखंड में कर्मचारियों ने सरकार से आर पार की लड़ाई का ऐलान करते हुए एक अक्टूबर को मुख्यमंत्री आवास कूच का ऐलान किया है। कर्मचारियों ने साफ कहा है कि जब तक सरकार उनकी मांगे पूरा नहीं करेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा
आपको बता दें कि उत्तराखंड के करीब 80 हजार कर्मचारी सरकार पर पुरानी पेंशन बहाली के लिए दबाव लगातार बना रहे हैं। हांलाकि अबतक सरकार ने इस ओर कोई कार्रवाई नहीं की है जिससे कर्मचारियों में नाराजगी है। वहीं कांग्रेस ने भी कर्मचारियों की मांगों का समर्थन करते हुए कर्मचारियों से वादा किया है कि सत्ता में आने पर कांग्रेस कर्मचारियों को पुरानी पेंशन की सौगात देगी….आपको बता दें कि कांग्रेस शासित राज्य हिमांचल, राजस्थान, और छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन की व्यवस्था लागू है….जिससे यहां कर्मचारियों में खुशी है लेकिन बाकी अन्य राज्यों के कर्मचारियों में मायूसी है ऐसे में कांग्रेस ने फिर कर्मचारियों को भरोसा दिया है कि कांग्रेस की सरकार आने पर कांग्रेस कर्मचारियों को पुरानी पेँशन का लाभ देगी
कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव से पहले कर्मचारियों की नाराजगी ने केंद्र और राज्य सरकार की टेंशन बढ़ा दी है। सरकार की ये परेशानी राकेश टिकैत के बाद अब और भी बढ़ने वाली है। क्योंकि राकेश टिकैत ने किसानों की लड़ाई के साथ ही कर्मचारियों की लड़ाई लड़ने का भी ऐलान किया है। ऐसे में सवाल ये है कि क्या कर्मचारियों की ये नाराजगी भाजपा को चुनाव में भारी पड़ेगी.