देहरादून। हाल ही के दिनो मे कर्नाटक विधानसभा चुनाव मे कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र जारी किया जिसमें कांग्रेस ने हिंदुत्ववादी संगठन बजरंग दल की तुलना पीएफआई जैसे आतंकी संगठन से करने के बाद कहा है कि अगर कर्नाटक मे कांग्रेस की सरकार आएगी तो बजरंग दल को बैन किया जाएगा।
जैसे ही कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र मे बजरंग दल को बैन करने की बात तो देखते ही देखते कर्नाटक समेत पूरे देश मे बजरंग दल ने कांग्रेस के खिलाफ र्मोचा खेल दिया। उत्तराखंड मे भी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस मुख्यालय का घेराव कर हनुमान चालीसा का पाठ कर गोमूत्र झिडक कर विरोध प्रदर्शन किया।
कांग्रेस ने भी बजरंग दल के विरोध मे अगले दिन अपने प्रदेश कार्यालय समेत पूरे प्रदेश भर मे हनुमान चालीसा का पाठ कर भाजपा की सद्बुद्धि की कामना की।
उधर सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांग्रेस के द्वारा किये गये हनुमान चालीसा के पाठ को नया सियासी मोड दे दिया है। सीएम धामी ने शुक्रवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा की आज पीएम मोदी की वजह से कांग्रेस जैसी पार्टी भी हनुमान चालीसा के पाठ करने को मजबूर हो गई है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास हमेशा से ही तुष्टिकरण वाला रहा है। धामी ने मीडिया मे जारी अपने बयान मे कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक मे किस प्रकार बजरंगबली का बहिष्कार और उनके विरोध की बात कही है।
वो निश्चित रूप से ही तुष्टिकरण की राजनीति का एक जीता जागता उदाहरण है। सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा से ही एक विशेष समुदाय का वोट लेने के लिए आजादी के बाद से ही यह कृत्य किया है।इस प्रकार की घोषणा से समय समय पर कांग्रेस का चेहरा बेनकाब होता रहा है।