देहरादून, उत्तराखंड की धामी सरकार होली मिलन के कार्यक्रम निपटाने के बाद अब राज्य के बजट की तैयारियों में जुट गई है। गैरसैण के भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा भवन में 13 मार्च से सत्र शुरू होगा। 15 मार्च को सरकार बजट पेश करेगी, धामी सरकार के बजट में विशेषकर रोजगार पर फोकस होगा. इसके साथ ही सरकार अवस्थापना विकास, पर्यटन, औद्योगिक विकास, खेती व उद्यानिकी पर ज्यादा जोर देगी……सीएम धामी का कहना है कि सरकार रोजगार केंद्रीत बजट होगा इसके साथ ही राज्य के बजट में केंद्र की झलक देखने को मिलेगी…वहीं माना जा रहा हैं की धामी सरकार का बजट सशक्त उत्तराखंड@ 2025 की दिशा को तय करने वाला होगा… वही धामी सरकार का दावा है कि जनता के सुझाव पर सरकार बजट तैयार कर रही है। हर वर्ग को इस बजट से लाभान्वित किया जाएगा वहीं कांग्रेस का कहना है कि सरकार के बजट में कुछ नहीं होगा….सरकार का खजाना खाली है। सरकार सिर्फ जुमलेबाजी कर रही है। वहीं कांग्रेस ने सरकार को सत्र के पहले दिन से ही सदन से सड़क तक घेरने की योजना बनाई है
-उत्तराखंड में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले धामी सरकार राज्य का बजट पेश करने जा रही है। धामी सरकार के बजट में विशेषकर रोजगार पर फोकस होगा. इसके साथ ही सरकार अवस्थापना विकास, पर्यटन, औद्योगिक विकास, खेती व उद्यानिकी पर ज्यादा जोर देगी……सीएम धामी का कहना है कि सरकार रोजगार केंद्रीत बजट होगा इसके साथ ही राज्य के बजट में केंद्र की झलक देखने को मिलेगी…वहीं माना जा रहा हैं की धामी सरकार का बजट सशक्त उत्तराखंड@ 2025 की दिशा को तय करने वाला होगा… वही धामी सरकार का दावा है कि जनता के सुझाव पर सरकार बजट तैयार कर रही है। हर वर्ग को इस बजट से लाभान्वित किया जाएगा
एक तरफ जहां राज्य सरकार बजट सत्र को ऐतिहासिक बनाने की तैयारियों में जुटी है तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष ने सत्तापक्ष को सड़क से सदन तक घेरने की रणनीति तैयार की है। कांग्रेस का कहना है कि उसके तरकश में बहुत तीर है। बेरोजगारी, महंगाई, बदहाल कानून व्यवस्था, अडानी समेत अन्य मुद्दों को लेकर सदन के भीतर और बाहर सरकार को घेरा जाएगा…कांग्रेस का आरोप है कि सरकार ने विपक्ष के सवालों से बचने के लिए सत्र की अवधि को बेहद कम रखा है।
कुल मिलाकर चुनावी साल में उत्तराखंड में एक बार फिर से बजट सत्र पर सियासत शुरू हो गई है एक तरफ जहां विपक्ष सरकार पर हमलावर हैं तो दूसरी तरफ सरकार बजट को ऐतिहासिक बनाना चाहती हैं सवाल ये है की ज़ब सरकार सत्र को गैरसैण में करने के साथ ही जनता के अनुरूप बजट तैयार कर रही हैं तो ऐसे में विपक्ष क्यों सरकार की मंशा पर सवाल खडे कर रहा हैं, क्या धामी सरकार गैरसैण में हो रहे बजट सत्र से पहाड़ का पानी और जवानी रोक पाने में कामयाब होगी….क्या धामी का बजट 24 के लिए बीजेपी को फायदा दिला पाएगा….क्या कांग्रेस के कार्यकाल में सब कुछ आल इज वेल था….