उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड की प्रसिदध चारधाम यात्रा अंतिम पड़ाव में है। साल दर साल चारधाम यात्रा रिकॉर्ड बनाती जा रही है। इस सीजन की बात करें तो अबतक चारोंधामों के साथ ही हेमकुंड साहिब में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 55 लाख पार करने वाला है, जो यात्रा के इतिहास में नया रिकॉर्ड है। बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति समेत सत्तापक्ष का कहना है कि केंद्र और राज्य सरकार के कार्यों की बदौलत श्रद्धालुओं का आंकड़ा आए दिन रिकॉर्ड बनाता जा रहा है। आने वाले दिनों में ये आंकड़ा एक करोड़ भी पार करेगा ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है…वहीं केदारनाथ में इस साल वीआईपी लोगों और नेताओं का तांता भी लगा रहा…बाबा केदार के पवित्र धाम में इस यात्रा सीजन के दौरान नेता से लेकर, अभिनेता, क्रिकेटर और उद्योगपति तक खूब पहुंच रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी इसमें सबसे नया नाम हैं। वहीं राहुल गांधी के केदारनाथ धाम पहुंचने पर राज्य में सियासी घमासान छिड़ गया है। सत्तापक्ष ने चुनावी साल में राहुल गांधी की इस यात्रा को चुनावी यात्रा बताते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता से घबराकर राहुल गांधी केदारनाथ आएं है जो करोड़ों सनातनियों के बढ़ते सामर्थ्य को भी दर्शाता है…..राज्य में एक तरफ जहां राहुल गांधी की केदारनाथ यात्रा पर घमासान छिड़ा हुआ है तो दूसरी ओर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कई फोटो केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह से बाहर आने के बाद हंगामा शुरू हो गया है…
चारधाम यात्रा में इस वर्ष श्रद्धालुओं की भारी संख्या के साथ ही वीआईपी लोगों और नेताओं का तांता देखने को मिल रहा है। बाबा केदार के पवित्र धाम में इस यात्रा सीजन के दौरान नेताओं से लेकर, अभिनेता, क्रिकेटर और उद्योगपति तक बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी इसमें सबसे नया नाम हैं। वहीं इस साल केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद से अभी तक धाम में कई बड़ी हस्तियां दर्शनों को पहुंच चुकी है। इनमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, देश के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पूर्व सीएम अखिलेश यादव, पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उद्योगपति मुकेश अम्बानी, समेत तमाम दिग्गज शामिल हैं। वहीं अब राहुल गांधी 2014 के बाद अपनी दूसरी यात्रा पर केदारनाथ धाम पहुंचे हैं। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस यात्रा सीजन में केदारनाथ नहीं आ पाए हैं, लेकिन पूर्व में प्रधानमंत्री कई बार यहां आ चुके हैं। वहीं राहुल गांधी के केदारनाथ पहुंचने पर राज्य में सियासी घमासान छिड़ गया है। सत्तापक्ष ने चुनावी साल में राहुल गांधी की इस यात्रा पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता से घबराकर राहुल गांधी केदारनाथ आएं है….
वही एक तरफ जहां राहुल गांधी की केदारनाथ यात्रा पर सवाल उठाए जा रहे हैं तो दूसरी ओर उत्तराखंड पहुंचे बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कई फोटो केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह से बाहर आने के बाद हंगामा शुरू हो गया है…इन तस्वीरों के बाहर आने के बाद विपक्ष सरकार से सवाल पूछ रहा हैं कि क्या मंदिर में दो कानून है जो वीआईपी के लिए अलग और आम श्रद्धालुओं के लिए अलग है क्योंकि मंदिर समिति ने ही गर्भगृह की तस्वीर लेने और उन्हें वायरल करने को लेकर सख्त हिदायत दी है ऐसे में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की केदारनाथ गर्भगृह से तस्वीरें कैसे बाहर आ रही है…..वहीं बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने इसके पीछे सुविधाओं के अभाव के साथ ही भविष्य में सुधार की बात कही है
कुल मिलाकर राज्य में लोकसभा चुनाव से पहले नेताओं के दौरे तेज हो गये हैं….हर कोई बाबा केदार से आशीर्वाद मांग रहा है। साथ ही देशवासियों की खुशहाली की भी कामना कर रहा है। वहीं जब राहुल गाँधी बाबा केदार के दर पर पहुंच रहे हैं तो उसे भाजपा प्रधानमंत्री की लोकप्रियता से घबराकर और राहुल की इस यात्रा को चुनावी यात्रा बताकर सवाल खड़े कर रही है…. ऐसे में सवाल ये है कि आखिर क्यों जब सत्तापक्ष के नेता दर्शन कर रहे हैं तो वो आस्था हो जा रही है और जब विपक्ष के नेता कर रहे हैं तो फिर सत्तापक्ष क्यों निराश हो रहा है ये बड़ा सवाल है