जीएसटी टीम के सर्वे और छापामारी की योजना के खिलाफ प्रदेश भर के व्यापारियों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। व्यापारियों को जीएसटी टीम का ये फैसला बिल्कुल पसंद नहीं आया। व्यापारियों ने चेतावनी दी है की कार्यवाही नहीं रोके जाने पर पूरे उत्तराखंड में आंदोलन चलाया जाएगा।
गुरुवार को दर्शनी गेट में हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा की छापामारी सही नहीं है, यह एक व्यापारी गलती करता है और दस को भुगतान करना पढ़ता है। यदि किसी व्यापारी पे शक हो तो उसे नोटिस भेज जाए उसके बाद भी काम ठीक ना हो तो फिर कार्यवाही की जाए।
प्रांतीय उद्योग मण्डल के अध्यक्ष एवं दून उद्योग व्यापार मण्डल के संरक्षक अनिल गोयल ने कहा है की जीएसटी अफसर पहले व्यापारियों के संग बैठक करें और उनकी परेशानियों को समझने की कोशिश करें, इससे अफसरों को सही स्थिति का पता चलेगा।
दून उद्योग व्यापार मण्डल के अध्यक्ष विपिन नागलिया ने कहा की जब उत्तराखंड बना था तब टैक्स की राशि 500 से 600 करोड़ रुपए थी जो अब व्यापारियों की मेहनत से 8000 करोड़ तक पहुँच गई है लेकिन सरकार इससे भी खुश नहीं है। व्यापारी पहले ही कोरोना महामारी की वजह से घाटे में चल रहे है। ऐसे में उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है।
इस मुद्दे पे आगे सीधे वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से बात की जाएगी फिर आगे का समाधान निकाला जाएगा।।