2024 चुनाव को लेकर किसकी कितनी तैयारी ?

देहरादून, उत्तराखंड समेत देश के अन्य राज्यों में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में आज भाजपा मुख्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई…बीजेपी प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट समेत पार्टी के तमाम पदाधिकारी उपस्थित रहे….बैठक में संगठन की मजबूती के साथ ही बूथ को मजबूत करने समेत तमाम मुद्दों पर चर्चा की गई….इसके साथ ही भाजपा जल्द दायित्वों का बंटवारा भी करने जा रही है। इस संबंध में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के साथ प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम की बैठक हुई. जिसमें किन नेताओं को जिम्मेदारी दी जाए इसकी सूची फाईनल बना ली गई है। जल्द यह सूची सीएम धामी को सौंपी जाएगी….माना जा रहा है कि होली से पहले सरकार दायित्वों का बंटवारा भी कर सकती है। वहीं कांग्रेस में एआईसीसी की सूची पर घमासान छिड़ा हुआ है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह समेत पार्टी के अन्य नेताओं ने इस लिस्ट पर सवाल उठाए हैं साथ ही कई नेताओँ ने कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं

2024 के चुनावी दंगल को जीतने के लिए उत्तराखंड बीजेपी ने अभी से कमर कस ली है। भाजपा मुख्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई…बीजेपी प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट समेत पार्टी के तमाम पदाधिकारी उपस्थित रहे….बैठक में संगठन की मजबूती के साथ ही बूथ को मजबूत करने समेत तमाम मुद्दो पर चर्चा की गई….इसके साथ ही भाजपा जल्द दायित्वों का बंटवारा भी करने जा रही है। इस संबंध में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के साथ प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम की चर्चा हुई…… दुष्यंत कुमार गौतम ने यह भी साफ कर दिया है कि भीतरघात करने वालों को पार्टी कोई जिम्मेदारी नहीं देने जा रही है

एक तरफ जहां बीजेपी चुनाव की तैयारियों में जुटी है तो दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अपने नेताओँ को मनाने में जुटे हुए हैं। वजह ये है कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह समेत पार्टी के अन्य नेता एआईसीसी की लिस्ट से नाराज है……इतना ही नहीं कांग्रेस के कई नेता प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के कार्यों से भी खुश नहीं है…प्रीतम सिंह ने तो अपनी ही पार्टी के प्रभारी पर अपनी मर्जी से ही पार्टी चलाने का आरोप लगाया था…..वहीं पार्टी के कुछ अन्य नेता भी प्रभारी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहे हैं हांलाकि कांग्रेस का कहना है कि कांग्रेस में लोकतंत्र की वजह से नेताओं की नाराजगी बाहर आ रही है…..पार्टी के नेताओँ में मतभेद हो सकते हैं मनभेद नहीं है

कुल मिलाकर एक तरफ जहां भाजपा 2024 के दंगल को फिर से जीतने के लिए पूरी तरह से तैयार दिख रही है….तो दूसरी तरफ कांग्रेस अपने ही नेताओं के झगड़ों मे उलझी हुई है……देखना होगा क्या कांग्रेस में नेताओं के बीच मचा घमासान चुनाव से पहले थम जाएगा….क्या कांग्रेस 24 के दंगल में अपना खाता खोल पाएगी….क्या बीजेपी की तैयारी कांग्रेस पर भारी पड़ने वाली है ऐसे अनगिनत सवाल है जिसके जवाब का सबको इंतजार है

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