उत्तराखंड- उत्तराखंड में निकाय चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, प्रदेश के दो प्रमुख दलों भाजपा-कांग्रेस के नेताओं में जुबानी जंग भी तेज हो गई है। भाजपा जहां कांग्रेस पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगा रही है वहीं कांग्रेस भी पलटवार करते हुए कह रही है कि वोट मांगना सभी का अधिकार है। देहरादून नगर निगम से कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र पोखरियाल एक मस्जिद के बाहर अपने पक्ष में वोट अपील करने को लेकर भाजपा का कहना है कि कांग्रेस हमेशा मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करती रही है। कांग्रेस ने जुम्मे की छुट्टी दी फिर मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाने की बात कही और अब जुम्मे के दिन इनकी पार्टी के प्रत्याशी मस्जिद में वोट मांग रहे हैं। कांग्रेस यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की उत्तराखंड में जनसभा में बुलाने का विरोध कर रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कांग्रेस की सोच मुगलिया है। वह कश्मीर में फिर से धारा 370 लागू करने की बात कह रही है। वहीं, भाजपा के इस बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस का कहना है कि वोट मांगना सभी का अधिकार है। योगी को चुनाव प्रचार के लिए उत्तराखंड में उतारना भाजपा का निजी मामला है। चुनाव में नेता सभी समुदायों से वोट की अपील करती है। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई हो या फिर कोई भी मतदाता। भाजपा सिर्फ हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करती आई है और इसी आधार पर चुनावों में वोटों का ध्रुवीकरण करती रही है। आपको बता दें कि उत्तराखंड में निकाय चुनाव की वोटिंग 23 जनवरी को होनी है। सभी पार्टी प्रत्याशी अपने-अपने प्रचार में जुटे हैं। जिसका परिणाम 25 जनवरी को सबके सामने होगा। चुनावी तैयारियों और प्रचार को देखते हुए भाजपा सभी पार्टियों से आगे दिख रही है। यही वजह है कि सभी राजनीतिक पार्टियां वोट बटोरने और अपने प्रत्याशी को जितवाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। प्रदेश में मुख्य मुकाबला भाजपा- कांग्रेस के बीच है लेकिन कई सीटों पर निर्दलीय भी कड़ी टक्कर देते हुए दिख रहे हैं।
उत्तराखंड में निकाय चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी फ्रंटफुट पर आकर प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि इस बार शहरों में भाजपा की ट्रिपल इंजन सरकार बनने जा रही है। उन्होंने कांग्रेस को मुस्लिम तुष्टिकरण करने वाली पार्टी बताया। कश्मीर में धारा-370 और राम मंदिर बनाने को लेकर भी उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा। कांग्रेस की सोच हमेशा मुगलिया रही है। कांग्रेस करोड़ों हिंदुओं की आस्था के प्रतीक राम मंदिर को कांग्रेस काल्पनिक बताती है। निकाय चुनाव में हिंदू बाहुल्य उत्तराखंड की जनता जरूर इन्हें करारा जवाब देगी।
उत्तराखंड के निकाय चुनाव में तमाम आरोपों के बीच विपक्षी दल भी सत्तासीन भाजपा पर हमलावर है। कांग्रेस और उक्रांद के अनुसार भाजपा हमेशा हिंदू-मुस्लिम की राजनीति कर चुनावों को प्रभावित करती रही है। भाजपा निकाय चुनाव में भी मोदी-योगी को उतार रही है। कहीं न कहीं भाजपा को हार का डर सता रहा है। हालांकि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है यह उनकी पार्टी का निजी मामला है, लेकिन वोट मांगना सभी का अधिकार है। कांग्रेस के प्रत्याशी अगर मस्जिदों में वोट मांगने जा रहे हैं तो इसमें गलत क्या है। वहीं, भाजपा के अनुसार कांग्रेस हमेशा से मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करती है। जुम्मे की छुट्टी हो या मुस्लिम यूनिवर्सिटी का मामला और अब मस्जिदों वोट मांगना हो। एक ओर कांग्रेस भाजपा के स्टार प्रचारक सीएम योगी का विरोध कर रहे हैं दूसरी ओर खुद जुम्मे के दिन वोट मांग रहे हैं। उत्तराखंड की जनता समझदार है, वह भाजपा के पक्ष में मतदान करने जा रही है।
उत्तराखंड निकाय चुनाव में किस पार्टी के कितने प्रत्याशी विजय होते हैं, यह तो आने वाली 25 जनवरी को सामने आ जाएगा, लेकिन फिलहाल सभी पार्टी के प्रत्याशी अपने-अपने पक्ष में धुआंधार प्रचार में लगे हैं। भाजपा जहां अधिक से अधिक प्रत्याशी जीतकर आने की बात कह रही है वहीं विपक्षी दल भी अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। उत्तराखंड में 11 नगर निगमों में सबसे बड़े और पुराने नगर निगम देहरादून में मुकाबला रोचक मोड़ पर आ गया है।
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