फ्लाइट में बिस्किट खाते समय मासूम के गले में फंसा बिस्किट, सांस नली हुई चोक, फ्लाइट में मौजूद डॉक्टर ने बचाई जान

डिजिटल डेस्क- बेंगलुरु से बरेली जा रही इंडिगो फ्लाइट (6E941) में एक डॉक्टर ने अपनी सूझबूझ से 2 साल की बच्ची की जान बचा ली। उड़ान भरने के करीब एक घंटे बाद सीट 10F पर बैठी बच्ची को बिस्किट खाते समय दौरा पड़ा। बिस्किट गले में फंसने से उसकी सांस की नली चोक हो गई और वह बेहोश हो गई। क्रू मेंबर्स की इमरजेंसी अनाउंसमेंट पर फ्लाइट में मौजूद पीलीभीत के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. नूरुल कमर मलिक ने बच्ची की सांस नली खोली और दौरे पर काबू पाया। कुछ ही मिनटों में बच्ची को होश आ गया।

हाल ही में पूरी की है डॉक्टरी की पढ़ाई

डॉक्टर की समयबद्ध कार्रवाई से न केवल बच्ची की जान बची। बल्कि फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग भी नहीं करनी पड़ी।डॉ. नूरुल ने हाल ही में डीएम (कार्डियोलॉजी) की पढ़ाई पूरी की है। वह अब पीलीभीत और बरेली में अपनी सेवाएं देंगे। इससे पहले उन्होंने पीलीभीत जनपद के जिला महिला अस्पताल में काम किया है। जहां उन्होंने नवजात देखभाल में विशेषज्ञता हासिल की। डॉक्टर का कहना है कि फ्लाइट में बच्चों को ठोस खाद्य पदार्थ नहीं दिए जाने चाहिए। यदि मौके पर चिकित्सक नहीं होते तो स्थिति गंभीर हो सकती थी।